नई दिल्ली: मणिपुर में हिंसा जारी है. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे का कथित लेटर शुक्रवार (1 जुलाई) को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, हालांकि बाद में सिंह ने कहा कि वो इस्तीफे नहीं देने जा रहे. इसी बीच सोशल मीडिया पर सिंह की आलोचना हुई तो उन्होंने जवाब देकर बाद में कुछ ट्वीट को डिलीट कर दिया.
न्यूज वेबसाइट स्क्रॉल के मुताबिक, सोशल मीडिया पर थांग कुकी (Thang Kuki) नाम के यूजर ने एन बीरेन सिंह से कहा कि उन्हें काफी पहले ही सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था. इस पर सिंह ने कहा, ”आप भारत से हैं या फिर म्यामांर से हैं? ” इलके बाद सिंह ने इस ट्वीट को हटा लिया है.
एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की कहानी
बीरेन सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ऐसे संकट के समय में मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा. ’’ उनसे मुलाकाता करने वाली महिला नेताओं ने सीएम आवास से बाहर आकर लोगों को आश्वासन दिया था कि सिंह इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. ”
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सोशल मीडिाय पर खबर फैली कि एन बीरेन सिंह ने एक त्याग पत्र टाइप किया था, लेकिन बाद में उनके समर्थकों ने उन्हें इसे फाड़ने के लिए मना लिया,. कुछ महिला प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उन्होंने फटा हुआ लेटर देखा है.
मणिपुर में हिंसा कब शुरू हुई?
मणिपुर मेंअनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. राज्य की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved