उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दीपावली के दूसरे दिन शहर आए। यहाँ उन्होंने महाकाल का पूजन किया और इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा केदारनाथ धाम के विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में दिए गए उद्बोधन को सुना। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का यह उद्बोधन सिर्फ भाषण नहीं बल्कि पुर्नजागरण का अभियान है। उन्होंने पेड़ों के महत्व को भी समझाया। साधु-संतों का भी सम्मान मुख्यमंत्री ने किया। सबसे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल महाकाल में दर्शन कर पूजन अर्चन किया। इसके बाद वे अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल कर्मकांड नहीं है।
आखिरी के 20 मिनट प्रधानमंत्री का भाषण सुना शिवराज ने
कल केदारनाथ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण का लाइव प्रसारण उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास प्रवचन हाल में किया गया जिसे 20 मिनट मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने सुना। कल आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण शुरू हुआ लेकिन उस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महाकाल मंदिर में पूजन कर रहे थे। पूजन करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा उज्जैन के सभी स्थानीय नेताओं के साथ करीब 10:45 बजे मां का प्रवचन हाल पहुंचे और अंतिम 20 मिनट का प्रधानमंत्री का भाषण सभी नेताओं ने सुना। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान महाकाल मंदिर धर्मशाला में पहुंचे और वहाँ से स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हो रहे कार्यों को देखा। बाद में मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा चार धाम के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण कर प्रधानमंत्री ने एक बड़ा काम किया है और साथ ही केदारनाथ का विकास किया जा रहा है और उनके नेतृत्व में ही वाराणसी में भी विकास हुआ है, वैसा ही विकास स्मार्ट सिटी के अंतर्गत भगवान महाकाल मंदिर परिसर का किया जा रहा है आने वाले दिनों में महाकाल मंदिर एक नए स्वरूप में निखर कर नजर आएगा
पर्यावरण के लिए पेड़ जरूरी
मुख्यमंत्री ने मत्स्यपुराण के आधार पर कहा कि 10 कुओं के बराबर एक बावड़ी होती है, 10 बावडिय़ों के बराबर एक तालाब होता है, 10 तालाबों के बराबर एक पुत्र होता है और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। यह भारत का दुनिया को संदेश है। पर्यावरण का इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है। इसलिए मैं गोवर्धन पूजा के अवसर पर प्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता से वृक्ष लगाने का आह्वान करता हूँ। उन्होंने कहा कि अगर बच्चों को छोड़ दिया जाए तो 5 करोड़ जनता तो पेड़ लगा ही सकती है। यदि एक व्यक्ति एक-एक पेड़ लगाता है तो 5 करोड़ पेड़ और यदि 2-2 पेड़ लगाता है तो 10 करोड़ पेड़ एक साल में लग सकते है, जो धरती को बचाने में अहम काम करेंगे।
शिवरात्रि से पूर्व पूर्ण होगी विस्तार योजना
प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवचन हाल में प्रमुख साधु संतों का सम्मान किया। उन्होंने स्वागत के बाद संबोधन में कहा कि सन्तों के आशीर्वाद व मार्गदर्शन से रामराज की परिकल्पना के साथ प्रदेश की जनता की सेवा होती रहें यही कामना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन नगरी अद्भुत नगरी है। आगामी शिवरात्रि 22 फरवरी को आ रही है इसके पहले 21 फरवरी को महाकाल की नगरी को सजाया जाएगा और महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के तहत किए जा रहे कार्य भी पूर्ण कर लिए जाएँगे।
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