• img-fluid

    Indian Army में दो नए कमांडरों की नियुक्ति, उपेंद्र द्विवेदी को उत्तरी तो आरपी कलिता को मिला पूर्वी कमान का जिम्‍मा

  • January 26, 2022

    नई दिल्‍ली । पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच केंद्र सरकार (central government) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मंगलवार को सेना के उत्तरी और पूर्वी कमानों (Northern and Eastern commands) के लिए नए कमांडरों की नियुक्ति (Appointment) की है। ये दोनों कमान चीन के साथ भारत की सीमा के बड़े हिस्से की देखभाल करते हैं।

    लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता को कोलकाता में नए पूर्वी सेना कमान के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। वह लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे का स्थान लेंगे। पांडे थलसेना के नए उप प्रमुख के रूप में थलसेना मुख्यालय जा रहे हैं। वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को नए उत्तरी सेना कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया। वह वर्तमान में थल सेनाध्यक्ष हैं और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी का स्थान लेंगे।


    उत्तरी कमान पूरे जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद विरोधी प्रयासों को देखती है और दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में नियंत्रण रेखा की रक्षा करती है। उत्तरी कमान चीनी आक्रमण के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के साथ लद्दाख क्षेत्र का प्रबंधन भी करता है।

    लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं और उन्हें दिसंबर 1984 में जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में शामिल किया गया था। जनरल द्विवेदी के पास 35 साल से अधिक का अनुभव है। इस दौरान उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने मणिपुर के असम राइफल सेक्टर (ऑपरेशन राइनो) में एक बटालियन का भी नेतृत्व किया है।

    उत्तरी कमान को भारत की स्वतंत्रता के बाद 1947 में हटा दिया गया था। जब भारत सरकार ने उत्तरी सीमाओं में संचालन की देखरेख के लिए एक अलग कमान बनाने का फैसला किया, तो 1972 में कमान में सुधार किया गया। उत्तरी कमान का मुख्यालय उधमपुर, जम्मू-कश्मीर में है. वहीं, सेना का पूर्वी कमान पूर्वोत्तर राज्यों सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश क्षेत्रों में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात है। इसका मुख्यालय कोलकाता में ही है। भारतीय सेना के पूर्वी कमान का गठन 1920 में हुआ था जब सेना के चार कमान थे।

    Share:

    शनिदेव 141 दिन रहेंगे वक्री अवस्था में, इन राशि के जातकों को सावधान रहने की जरूरत

    Wed Jan 26 , 2022
    नई दिल्‍ली । ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में किसी भी ग्रह (Planet) के राशि परिवर्तन या वक्री (उल्टी चाल) का सीधा असर सभी 12 राशियों (zodiac signs) पर पड़ता है। साल 2022 में कई ग्रहों की चाल में परिवर्तन होगा। इस लिस्ट में कर्म व न्याय देवता शनि (saturn) का नाम भी शामिल है। शनिदेव 5 […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved