नई दिल्ली: पिछले दिनों केन्द्र सरकार (Central Government) ने PAN 2.0 की घोषणा की , जिसके तहत कार्ड को अपडेट करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बता दें कि मोदी सरकार (modi government) ने कुछ समय पहले ही नए पैन 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है । ऐसे में सबसे पहला सवाल आता है कि क्या आपको भी पैन 2.0 के तहत अपग्रेडेड पैन कार्ड के लिए आवेदन करना चाहिए? यहां हम आपको इसके बारे में बताएंगे और साथ ही यह भी क्लीयर करेंगे कि आपको इससे क्या फायदा हो सकता है? बता दें कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया कि मौजूदा पैन कार्ड धारकों को पैन 2.0 पहल के तहत नया पैन लेने की जरूरत नहीं है। अगर आप अपने पैन में कुछ बदलाव करना चाहते हैं तो इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। इसके तहत आप नाम, जन्मतिथि को सही या अपडेट कर सकते हैं।
PAN 2.0 की घोषणा के बाद सबसे पहले जो सवाल दिमाग में आता है कि क्या हमें भी अपने पैन को अपडेट करना चाहिए? एक्सपर्ट का मानना है कि पुराने पैन कार्ड या बिना क्यूआर कोड वाले पैन कार्ड रखने वाले लोगों को क्यूआर कोड वाला नया संस्करण लेना चाहिए। पैन 2.0 के साथ अपडेट किए गए पैन कार्ड में मिलने वाला क्यूआर कोड आपको स्कैम से बचने में मदद मिलती है और इसमें क्विक वेरिफिकेशन आसान हो जाता है।
एक्सपर्ट का मानना है कि QR कोड के साथ नए पैन कार्ड डिजाइन में अपग्रेड करना एक एक्टिव स्टेप है, जिसके तहत यूजर के लिए अपनी पहचान और वित्तीय जानकारी की सुरक्षित रख सकते हैं । यहां हम आपको कुछ जरूरी प्वाइंट के बारे में बताने जा रहे हैं। नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड तकनीक को शामिल करने से फेक या पेन कार्ड के चेंज होने की संभावना काफी कम हो जाती है। क्यूआर कोड मे एन्क्रिप्ट की गई पर्सनल जानकारी केवल अधिकारियों के पास ही होती है।
यह सिक्योरिटी उपाय स्कैमर्स को मेन पैन तक एक्सेस पाने से रोकता है। इसके अलावा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन ऑथेंटिकेट करने के लिए क्यूआर कोड का उपयोग कर सकते हैं। अपडेट किए गए पैन कार्ड पर क्यूआर कोड स्कैनिंग सुविधा के माध्यम से आईडी वेरिफिकेशन आसान हो जाता है। क्विक वेरिफिकेशन से पहचान की चोरी आदि से पैन कार्ड को बचाया जा सकता है। नए क्यूआर कोड के साथ आपको फेक कार्ड से भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
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