नई दिल्ली: एपल ने मुंबई और दिल्ली में एपल स्टोर की ओपनिंग कर दी है. इंडिया में पहली बार एपल स्टोर की शुरुआत हुई है. हालांकि, एपल स्टोर का खुलना इंडियन स्मार्टफोन इंडस्ट्री को जोर का झटका दे गया. इस साल की पहली तिमाही में स्मार्टफोन की बिक्री काफी कम हो गई है. देश में लोगों ने नया फोन खरीदना कम कर दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पहली तिमाही के दौरान देश में फोन का शिपमेंट काफी कम रहा. स्मार्टफोन शिपमेंट में 20 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है.
पिछले साल की बात करें तो तीसरी तिमाही में 6 फीसदी की गिरावट रही जबकि चौथी तिमाही में बिक्री 27 फीसदी घट गई. वहीं, इस साल की बात करें तो पहली तिमाही में स्मार्टफोन के शिपमेंट में 20 फीसदी की कमी आई है. ये रिपोर्ट केनेलिस द्वारा जारी की गई है. हालांकि, रिपोर्ट के आंकड़े स्मार्टफोन कंपनियों को परेशान करने वाले हैं.
सैमसंग नंबर 1 ब्रांड
इंडिया में फोन की बिक्री कई वजह से घट रही है. देश में स्मार्टफोन की डिमांड कम हो रही है. इसकी वजह से स्टॉक खाली नहीं हो रहा है, जिसके चलते नए फोन मार्केट में नहीं आ पा रहे हैं. इसने स्मार्टफोन की बिक्री को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है. गिरावट के बावजूद सैमसंग फोन मार्केट का सरताज बना हुआ है. साउथ कोरियन कंपनी 21 फीसदी मार्केट शेयर के साथ नंबर 1 स्थान पर काबिज है.
दूसरी कंपनियों का हाल
पहली तिमाही में सैमसंग ने 63 लाख यूनिट का शिपमेंट किया है. दूसरी तरफ, ओप्पो और वीवो क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं. दोनों कंपनिया बाजार में करीब 18 फीसदी की हिस्सेदारी रखती हैं. वहीं, शाओमी चौथी सबसे ज्यादा शिपमेंट करने वाली कंपनी है. चाइनीज कंपनी का मार्केट शेयर 16 फीसदी है. जबकि रियलमी 9 फीसदी के साथ पांचवे नंबर पर है.
लॉन्ग-टर्म में फायदे के आसार
इंडिया में लोग महंगे स्मार्टफोन खरीदने में भरोसा कर रहे हैं. प्रीमियम स्मार्टफोन पर ज्यादा पैसा खर्च करने का मतलब है कि कंपनियों को पैसा वसूल फोन बनाने चाहिए. इंडिया में नए फोन की मार्केट फिलहाल डाउन है लेकिन फोन सेलिंग से जुड़े लोग और टीम इन्वेस्ट करना जारी रख रहे हैं. यह उन्हें लॉन्ग-टर्म में फायदा दे सकता है.
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