• img-fluid

    घटते पर्सनल कंप्यूटर बाजार के बीच Apple Mac शिपमेंट में 40% की बढ़ोतरी, जानिए क्या है वजह

  • October 11, 2022

    नई दिल्ली: इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल की तीसरी तिमाही में बाजार का मुख्य आकर्षण मैक रहा. 2021 की तीसरी तिमाही की तुलना में इस साल की तीसरी तिमाही में मैक शिपमेंट में 40% से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि अन्य सभी प्रमुख ब्रांडों ने इसी अवधि में अपने शिपमेंट में गिरावट दर्ज की है. IDC के वर्ल्डवाइड क्वार्टरली पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस ट्रैकर के प्रारंभिक परिणामों के अनुसार 2022 की तीसरी तिमाही के दौरान पर्सनल कंप्यूटर बाजार में गिरावट जारी है. शिपमेंट में कुल 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

    रिपोर्ट के मुताबिक ऐपल एकमात्र कंपनी ने जिसके शिपमेंट ग्रोथ में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, कुल यूनिट शिपमेंट के मामले में कंपनी चौथे नंबर है.डेटा से पता चलता है कि Apple ने पिछले साल तिसरी तिमाही में 7.1M यूनिट शिप किए थे, जो इस साल इसी अवधि में बढ़ाकर 10M हो गए हैं., जहां एक ओर दूसरे ब्रांड बाजार में संघर्ष कर रहे हैं. वहीं, क्यूपर्टिनो कंपनी ने अपनी शेयर को 8.2% से बढ़ाकर 13.5% कर दिया.

    मैक के ग्रोथ का कारण
    इसका एक संभावित कारण यह है कि कॉम्पोनेंट की कमी के समय कंपनी ने अपने सबसे महंगे मॉडल को प्राथमिकता दी. ऐपल ने अपने पूरे Mac लाइनअप को Intel से Apple इसके अलावा मैकबुक एयर को जून में एक नया डिजाइन भी मिला है. नया एयर डिजाइन सिल्वर, स्पेस ग्रे, स्टारलाइट, मिडनाइट और गोल्ड कलर में उपलब्ध है.


    मैक में मिलने वाले फीचर्स
    बता दें कि कंपनी ने पिछले टियरड्रॉप वेज आकार को एक सरल, फ्लैट-किनारे वाले चेसिस से बदल दिया गया है. 2021 मैकबुक प्रो की तरह इसके डिस्प्ले को भी नॉच के साथ किनारों के करीब धकेल दिया गया है. इसमें टच आईडी पावर बटन के साथ मैजिक कीबोर्ड और मैग्नेटिक सिक्योरिटी चार्जिंग के लिए मैगसेफ रिटर्न दिया गया है. ऐपल का कहना है कि नए मैकबुक एयर में 18 घंटे लगातार वीडियो प्लेबैक मिलता है.

    कस्टमर सेटिस्फिकेशन में बाजी मारी
    इसके अलावा मैक में मिलने वाले स्लिमर बेजेल्स ने भी डिस्प्ले के साइअज को 13.6 इंच तक बढ़ा दिया है. हाल ही में अमेरिकी कस्टमर सेटिस्फिकेशन इंडेक्स में कंपनी ने सैमसंग, Acer, आसुस और डेल को पछाड़ते हुए कस्टमर सेटिस्फिकेशन में बाजी मार ली है.

    Share:

    टीबी से 7 गुना ज्‍यादा घातक है COPD, हर साल 8 लाख लोगों की हो रही मौत

    Tue Oct 11 , 2022
    लखनऊ: भारत में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज(COPD) अब टीबी (Tuberculosis) से भी ज्यादा घातक बीमारी बन चुकी है. इस बीमारी से हर साल 8 लाख से ज्यादा लोग दम तोड़ रहे हैं. यह आंकड़ा यूपी टीबी कॉन-2022 की 16वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस में सामने आया है, जो कि लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के शताब्दी […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved