नई दिल्ली: भारत के कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट (Corona Vaccine Certificate) को लेकर बवाल मचा हुआ है. पहले ब्रिटेन ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवा चुके भारतीय यात्रियों को वैक्सीनेटेड मानने से इनकार कर दिया था लेकिन भारत के दबाव के आगे अपना फैसला पलट दिया और बाद में ये कहा कि उसे भारत के कोविशील्ड वैक्सीन से दिक्कत नहीं है बल्कि वैक्सीन सर्टिफिकेट से दिक्कत है.
ब्रिटेन को वैक्सीन सर्टिफिकेट से आपत्ति
ब्रिटेन ने कोविशील्ड लगवा चुके भारतीयों को ट्रैवेल की अनुमति तो दे दी है लेकिन उनपर पुरानी शर्तें लागू रहेंगी. यानी कि पूरी तरह से वैक्सीनेटेड भारतीयों को ब्रिटेन जाने के बाद 10 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा साथ ही उन्हें अपनी कोरोना की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट भी दिखानी है. साफ-साफ शब्दों में कहें तो ब्रिटेन को भारत की वैक्सीन सर्टिफिकेट की प्रमाणिकता पर संदेह है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपके पास भी वैक्सीन का सर्टिफिकेट है तो आप कैसे पता लगाएं कि सर्टिफिकेट असली है या नहीं.
इस तरह करें सर्टिफिकेट की पहचान
वैक्सीन सर्टिफिकेट की कालाबाजारी
दरअसल, चेक प्वाइंट नाम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी ने नकली कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट की कालाबाजारी का पता लगाने के लिए एस स्टडी की जिसमें पता चला कि दुनियाभर के 29 देशों में फेक वैक्सीन सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं. इसमें ऑस्ट्रिया, ब्राजील, लातविया, लिथुआनिया, माल्टा, पुर्तगाल, सिंगापुर, थाईलैंड, UAE जैसे देश शामिल हैं. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आसानी से कैसे पता लगाएं कि आपका या किसी और का वैक्सीन सर्टिफिकेट असली है या नकली.
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