वाशिंगटन। पाकिस्तान में भारत विरोधी आतंकियों के मारे जाने को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर कहा कि वह इस मामले के बीच में नहीं पडऩे जा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका हमेशा भारत और पाकिस्तान को तनाव से बचने के लिए बातचीत के जरिए समाधान निकालने के लिए प्रोत्साहित करता है। अमेरिका का ये बयान ऐसे समय में आया है जब बीते रविवार को पाकिस्तान में एक भारत विरोधी आतंकी अमीर सरफराज तांबा के ऊपर हमला हुआ था। तांबा ने पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या कर दी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की आतंकियों को उनके घर में मारने वाली टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा गया तो मिलर ने कहा, जैसा कि मैंने पहले कहा है, संयुक्त राज्य अमेरिका इसके बीच में शामिल नहीं होने जा रहा है। लेकिन हम भारत और पाकिस्तान दोनों को तनाव से बचने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा- घर में घुसकर मारे जा रहे आतंकी
बीती 11 अप्रैल को उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी आतंकियों के मारे जाने को बीजेपी सरकार की प्रमुख उपलब्धि बताया था। उन्होंने कहा, आज देश में एक मजबूत सरकार है। इस मजबूत मोदी सराकार में आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है। भारत का तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बन गया है। सात दशकों बाद जम्मू-कश्मीर से 370 हयाया गया और तीन तलाक के खिलाफ कानून बना।
भारत ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि वह सीमा पार आतंकवाद को बदाज़्श्त नहीं करेगा और इस्लामाबाद से संबंध सुधारने के लिए इसे किनारे नहीं करेगा। एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता है तो उसे परिणाम भुगतने होंगे।” हाल ही में एक इंटरव्यू में घर में घुसकर मारेंगे वाली टिप्पणी पर राजनाथ सिंह ने कहा, भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सबकुछ करेगा।
पाकिस्तान में 20 आतंकियों की हत्या
ब्रिटिश अखबार गार्डियन ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि पाकिस्तान के अंदर दो साल के भीतर कम से कम 20 आतंकियों की हत्या हुई है, जो भारत विरोधी चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए थे। रिपोर्ट में इस हत्या के पीछे भारत की एजेंसियों का हाथ बताया गया था। इन हत्याओं में हमेशा अज्ञात बंदूकधारियों के शामिल होने की बात सामने आई थी। हालांकि, इस रिपोर्ट पर भारत ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन पाकिस्तान में इसे लेकर खूब हंगामा हुआ था।
पन्नू के मामले में कही ये बात
जब मिलर से पूछा गया कि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका ने भारत पर कोई प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया है, तो उन्होंने कहा, “मैं कभी भी किसी भी प्रतिबंध की कारज़्वाई का पूवाज़्वलोकन नहीं करने जा रहा हूं। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी प्रतिबंध लगने वाला है। लेकिन जब आप मुझसे प्रतिबंधों के बारे में बात करने के लिए कहते हैं, तो यह ऐसी चीज है जिस पर हम सावज़्जनिक चचाज़् नहीं करते हैं।”
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