इंदौर (Indore)। रेलवे चाहे तो इंदौर-भोपाल-रानी कमलापति (Indore-Bhopal-Rani Kamalapati) के बीच एक और अतिरिक्त इंटरसिटी ट्रेन (additional intercity train) चलाई जा सकती है। इस ट्रेन के लिए रेलवे को अलग से पाथ भी नहीं बनाना पड़ेगा, क्योंकि पहले बंद हो चुकी इंदौर-भोपाल डबल डेकर ट्रेन का पाथ उपलब्ध है। इस संबंध में सांसद शंकर लालवानी आगामी दिनों में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर उनसे ट्रेन चलाने का आग्रह करेंगे।
वर्तमान में इंदौर से भोपाल जाने के लिए केवल सुबह महू-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन उपलब्ध है। उसके बाद भोपाल के लिए दूसरी ट्रेन दोपहर में है। काफी समय से सुबह साढ़े नौ से 10.30 बजे के बीच एक अतिरिक्त ट्रेन की जरूरत महसूस की जा रही है। यदि एक अतिरिक्त इंटरसिटी ट्रेन चलती है, तो भोपाल से सुबह इंदौर आने के लिए एक तेज ट्रेन उपलब्ध हो जाएगी। यह ट्रेन सुबह 9.30 बजे के आसपास इंदौर पहुंचकर 10 बजे फिर इंदौर से चलकर दोपहर दो बजे तक भोपाल पहुंच सकती है। फिर वहां से इंदौर के लिए रवाना होकर शाम सात बजे के आसपास इंदौर आकर फिर भोपाल के लिए रवाना हो सकती है। वर्तमान में इंदौर-भोपाल के बीच सैकड़ों बसें रोजाना चलती हैं। इस रूट पर यात्री ट्रेनों में सफर इसलिए कम करते हैं, क्योंकि ज्यादातर ट्रेन उज्जैन होकर भोपाल जाती हैं, जिससे समय और किराया, दोनों ज्यादा लगता है।
देवास-मक्सी रूट से ही होगी सफल
यदि नई इंटरसिटी चलाने का प्रस्ताव सफल होता है, तो वह तभी सफल होगी, जब उसे देवास-मक्सी लाइन से गुजारा जाए। इस लाइन से भोपाल या गुना तरफ आने-जाने वाली ट्रेनों का काफी समय बचता है। सांसद ने बताया कि आगामी संसद सत्र के दौरान नई दिल्ली में रहेंगे। तभी वे रेल मंत्री से मिलकर इंदौर-भोपाल के बीच अतिरिक्त इंटरसिटी चलाने समेत रेल विभाग से जुड़े अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे।
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