पटियाला/तरनतारन । शंभू बॉर्डर पर (On Shambhu Border) केंद्र सरकार से दुखी (Unhappy with the Central Government) एक और किसान (Another Farmer) ने आत्महत्या की (Commits Suicide) । मृतक किसान की पहचान रेशम सिंह (लगभग 50 वर्ष) के रूप में हुई है, जिन्होंने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या करने की कोशिश की।
उन्हें पहले आप जैन अस्पताल ले जाया गया, फिर गंभीर हालत में पटियाला के सरकारी अर्जेंटीना अस्पताल में रेफर किया गया। बाद में, उन्हें राजेंद्र अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया, लेकिन उपचार के दौरान रेशम सिंह की मृत्यु हो गई। किसान की आत्महत्या का कारण केंद्र सरकार के खिलाफ उनका असंतोष बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उधर पंजाब के हलके श्री खडुर साहिब के गाँव नागोके में पंजाब खेत मजदूर सभा के संरक्षकों और संस्थापकों में से एक, कॉमरेड स्वर्ण सिंह नागोके का निधन हो गया। उन्होंने अपने पैतृक गांव नागोके में अंतिम सांस ली। कॉमरेड नागोके ने 1947 के देश विभाजन के दौरान हुए नरसंहारों को नजदीक से देखा था, और इस भयानक दौर में उनके परिवार को भी जान-माल की हानि उठानी पड़ी। 80 और 90 के दशक में पंजाब में आतंकवाद के काले दौर के दौरान, कॉमरेड नागोके ने अंधेरी ताकतों के खिलाफ दृढ़ता से संघर्ष किया और झंडा बुलंद रखा।
कॉमरेड स्वर्ण सिंह नागोके का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नागोके के श्मशान घाट पर किया गया, जहां स्थानीय लोग और समर्थक उनकी श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। उनके योगदान को याद किया जा रहा है, खासकर खेत मजदूरों और सामाजिक संघर्ष के क्षेत्र में उनके प्रभावी कार्य को।
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