डेस्क: एलन मस्क की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जब से एलन मस्क ने ट्विटर की बागडोर संभाली है तब से मस्क पर एक के बाद एक समस्याएं आ रही है. मस्क पर इन दिनों कई आरोप लगाएं जा रहे हैं. आरोप लगाने वाले लोगों में ट्विटर के पुराने कर्मचारी सहित कई और लोग शामिल हैं. हाल ही में ट्विटर पर Legal Violations के 100 पुराने कर्मचारियों ने आरोप लगाया है. इससे पहले उन पर कई और आरोप लग चुके हैं. अगर हम उन आरोपों कि बात करें तो उस में कई हजार लोगों को बिना किसी नोटिस के निकाल देना, महिलाओं को सेक्स डिस्क्रिमिनेशन के तहत निकाल देना, या कर्मचारियों की सैलरी नहीं देना शामिल हैं.
अब इन सब आरोपों के बीच उनके ऊपर एक और खतरा मंडरा रहा है या ये कहें कि ट्विटर के खिलाफ ट्विटर से निकाले कर्मचारियों ने एक समझौते पर साइन किए हैं. इसमें उन्होनें केस को कोर्ट की बजाय आर्बिट्रेशन में दायर कर दिया है. आपको बता दें इससे पहले भी वकील Shannon Liss Riordan ने ट्विटर के खिलाफ आर्बिट्रेशन में 100 मांगें दायर की थीं. जो कैलिफोर्निया फेडरल कोर्ट में पेंडिग केस के समान पड़ी हुई थी.
सैकड़ों कर्मचारियों ने खुद दिया इस्तीफा
नवंबर की शुरुआत में मस्क ने लगभग 3,700 कर्मचारियों को कॉस्ट कटिंग पॉलिसी के तहत निकाल दिया जिन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का टेकओवर करने के लिए $44 बिलियन (लगभग 3,37,465 करोड़ रुपये) का भुगतान किया था. और बाकी सैकड़ों कर्मचारियों ने खुद ही इस्तीफा दे दिया था. आर्बिट्रेशन में कर्मचारियों ने ट्विटर के खिलाफ यें आरोप दर्ज कराएं हैं, इसमें वो लोग शामिल है जो सेक्स डिसक्रिमिनेशन का शिकार हुए हैं या Breach of Contract को न मानने का आरोप लगा था. इसके अलावा उन लोगों को भी निकाल दिया था जो मेडिकल या पैरेंटिंग लीव पर गए थे इन लोगों पर ट्विटर ने इललीगल तरीके से टर्मिनेट करने का आरोप लगाया है.
ट्विटर के पुराने कर्मचारियों का केस लड़ेंगे लिस रिओर्डन
लिस रिओर्डन ने कहा कि उनकी फर्म ने सैकड़ों ट्विटर के पूराने कर्मचारियों के साथ बात की है और उन्होने फैसला लिया है कि वो इन सभी कर्मचारियों की तरफ से आर्बिट्रेशन में कई कानूनी दावे पेश करेंगे. इसके अलावा उन्होने ये भी कहा कि वो इन कर्मचारियों की सेफ्टी के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे और ट्विटर से उनके मुआवजे को निकालेंगे.
बिना किसी कानूनी नोटिस के निकाले गए कर्मचारी
पेंडिग क्लास एक्शन केस में दावें किए गएं है कि ट्विटर ने कर्मचारियों और कॉनट्रेक्टर्स को बिना किसी कानूनी नोटिस के निकाल दिया है. इसमें महिलाओं को टारगेट कर निकाल दिया गया है. इसके अलावा विक्लांग कर्मचारियों को रिमोट मोड पर काम करने के लिए मना कर दिया. US Labour board के पास ट्विटर के खिलाफ 3 और शिकायतें दर्ज की गई हैं. जिनमें दावा किया गया है कि कर्मचारियों को इसलिए निकाला गया है क्योंकि कंपनी को लगता है कि वो कंपनी की आलोचना कर रहे थे या हड़ताल करने की कोशिश मे लगे थे इन सभी को फेड्रल कानून के तहत निकाल दिया गया है.
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