नई दिल्ली: अगर आपने Employer के जरिए Health Insurance कवरेज लिया हुआ है और हर महीने सैलरी से Group Insurance प्रीमियम के तौर पर उसके पैसे भरते है तो मुमकिन है आपको अपने एंप्लायर के जरिए जारी की गई हेल्थ पॉलिसी के लिए अब ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़े.
बीमा कंपनियों ने महंगा किया ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस
कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस लेती हैं, चूंकि ये बहुत बड़े पैमाने पर लिया जाता है, इसलिए इसका प्रीमियम भी सामान्य से थोड़ा कम होता है. अगर आपने भी कंपनी के जरिए हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है तो आपके लिए थोड़ी बुरी खबर है. क्योंकि सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ज्यादातर बीमा कंपनियों ने ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में 25-30 परसेंट तक प्रीमियम में बढ़ोतरी की है. जिसका असर कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों पड़ेगा और उन्हें ज्यादा प्रीमियम भरना पड़ेगा.
कोविड-19 महामारी से क्लेम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
दरअसल, कोविड-19 में बढ़ते क्लेम और ग्रुप हेल्थ कारोबार में लगातार बढ़ते लॉस रेश्यों से कंपनियां काफी दबाव में हैं, उनका मुनाफा कोरोना की दूसरी लहर की वजह से काफी घट गया है. इसी के चलते कंपनियों ने हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़ोतरी की है. बीमा कंपनियां इंडिविजुअल्स हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ाने की मांग कर रहीं थीं, लेकिन इंश्योरेंस रेलुगेटर IRDAI ने इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस में बढ़ोतरी पर रोक लगा रखी है. इसलिए जिन्होंने कंपनी के अलावा, अलग से हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा उनके प्रीमियम में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी.
छोटी कंपनियां भी ले रहीं ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस
लेकिन बीमा कंपनियों को ग्रुप इंश्योरेंस कारोबार में प्रीमियम बढ़ाने के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI की मंजूरी की जरूरत नहीं होती है. इसलिए उन्होंने इसमें बढ़ोतरी कर दी है. कोविड महामारी के बाद बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों का कवरेज बढ़ा रही हैं, तो छोटी छोटी कंपनियां भी अपनी कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ले रही हैं. अचानक से ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस की मांग को देखते हुए बीमा कंपनियों ने भी अपना प्रीमियम बढ़ा दिया है. जिसका सीधा असर कर्मचारियों की जेब पर पड़ेगा.
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