इंदौर। हुकमचंद मिल की दीवार से लगी हुई दुकानों को निगम द्वारा फिर हटाने की चेतावनी दी गई है। पिछले दो दिनों से वहां मुनादी की जा रही है। मुनादी के चलते कई दुकानदार फिर सकते में आ गए हैं। इससे पहले भी दुकानदारों को तीन बार अलग-अलग स्थानों से हटाया जा चुका है। कल दुकानदारों ने एमआईसी मेंबर के साथ क्षेत्रीय विधायक को भी मामला बताया। राजकुमार ब्रिज बनने के दौरान दुकानदारों को हटाया गया था और उस समय उन्हें वैकल्पिक स्थान के रूप में हुकमचंद मिल की बाउंड्री के बाहर जगह आवंटित की गई थी। उसके बाद फिर भंडारी ब्रिज बनने के कारण दुकानदारों को वहां से हटाकार मिल की बाउंड्री के आसपास के हिस्सों में शिफ्ट किया गया था। अब हुकमचंद मिल की जमीन का मामला आने के कारण फिर से दुकानदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है।
हुकमचंद मिल व्यापारी संघ के विकास जैन सतभैया और अमृतसिंह ने बताया कि दुकानदारों द्वारा निगम को नियमित रूप से किराया दिया जाता है। बरसों से दुकानदार उक्त क्षेत्र में अपना व्यापार संचालित कर रहे थे, लेकिन दो दिनों से निगम की पीली जीपों से मुनादी कर दुकानदारों से हटने को कहा गया है। इस मामले के बाद दुकानदार एमआईसी मेंबर जीतू यादव के पास पहुंचे और पीड़ा बताई। इसके बाद वे यादव के साथ क्षेत्रीय विधायक रमेश मेंदोला के पास भी पहुंचे। दुकानदारों ने कहा कि उन्हें अब तक बार-बार कई जगह शिफ्ट किया गया है और अब फिर चेतावनी दी जा रही है। इससे उनकी रोजी-रोटी का संकट आ जाएगा। विधायक मेंदोला ने दुकानदारों को मामले में अफसरों से चर्चा का आश्वासन दिया है।
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