इंदौर। किसानों ने कल दिल्ली की ओर कूच किया है, जहां शम्भू बॉर्डर पर अश्रु गैस के गोले बरसाए गए और तमाम बाधाएं खड़ी की गई। इंदौर सहित मालवा क्षेत्र के कई किसानों ने इस आंदोलन में शामिल होने की घोषणा कर रखी थी। लिहाजा कुछ किसान नेताओं की धरपकड़ भी की गई। दूसरी तरफ जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की घोषित भी कर दी है। कल इंदौर के सांसद के घर जाकर उन्हें भी रेल मंत्री के नाम लिखा ज्ञापन सौंपा गया। दरअसल ये किसान इंदौर-बुधनी रेल लाइन के साथ-साथ आउटर रिंग रोड और पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीनों का बीते कई दिनों से लगातार विरोध कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री से लेकर राजस्व मंत्री और अन्य नेताओं से भी इन किसानों ने मुलाकात की है और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के क्षेत्र बुधनी जाकर भी महापंचायत का आयोजन किया और उनसे भी मुलाकात की। अभी दिल्ली में जो किसान आंदोलन चल रहा है उसी तर्ज पर अब अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा भी किसान नेताओं ने की है। इंदौर-बुधनी रेल लाइन सहित अन्य प्रोजेक्टों के लिए ली जा रही जमीनों के विरोध में इंदौर, देवास सहित आसपास के सभी जिलों के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता हंसराज मंडलोई और देवास के रवि मीणा, अभिषेक पंचोली व अन्य का कहना है कि आज से अब अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन, कृमिक भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं। सांसद शंकर लालवानी को भी कल घर जाकर किसान नेताओं ने ज्ञापन दिया और पूर्व में दिए गए ज्ञापन की जानकारी भी ली गई, जिस पर सांसद ने कहा कि मैंने रेल मंत्री को इस विषय में अवगत कराया और उन्हें पत्र भी लिखा है। हालांकि किसान नेताओं ने सांसद से कहा कि पत्र लिखने की बजाय उनको लोकसभा में पूरी ताकत से किसानों का यह मामला उठाना चाहिए। जब महाराष्ट्र के सांसद प्याज के भाव को लेकर संसद में हंगामा कर सकते हैं तो फिर आप क्यों नहीं? दूसरी तरफ दिल्ली में जो किसान जंगी प्रदर्शन के लिए घुसना चाहते हैं और केन्द्र सरकार ने तमाम बेरिकेट्स लगाकर उनको रोका है। वहीं इस सिलसिले में इंदौर और आसपास के कुछ किसान नेताओं की धरपकड़ भी की गई। कुछ को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है।
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