ग्वालियर (Gwalior)। अंजू और परिजनों ने ईसाई (Christian) धर्म स्वीकारा तो उसके मामा (Uncle) और ननिहाल के लोगों ने संबंध तोड़ लिया था। अंजू (Anju) के पासपोर्ट (Passport) में जन्मस्थान कैलोर (calories) लिखा होने के चलते अंजू के साथ गांव भी चर्चा (Discussion) में आ गया।
नसरुल्लाह के प्यार में पाकिस्तान पहुंची अंजू का बचपन माधौगढ़ तहसील के गांव कैलोर में बीता है, जिसने यहां अपने मामा के घर रहकर कक्षा छह तक की पढ़ाई की। उसके बाद अंजू को उसके पिता राजस्थान ले जाकर शिफ्ट हो गए। अंजू और परिजनों ने ईसाई धर्म स्वीकारा तो उसके मामा और ननिहाल के लोगों ने संबंध तोड़ लिया था। अंजू के पासपोर्ट में जन्मस्थान कैलोर लिखा होने के चलते अंजू के साथ गांव भी चर्चा में आ गया।
फेसबुक वाले प्यार के चक्कर में पाकिस्तान पहुंची अंजू का जुड़ाव जिले की माधौगढ़ तहसील के कैलोर गांव से है। अंजू के पाकिस्तान में होने की बात खुली तो उसके पासपोर्ट में जन्मस्थान कैलोर गांव का निकला। पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया। टीम कैलोर गांव पहुंची तो पता चला कि अंजू का ननिहाल कैलोर है और उसका बचपन इसी गांव में बीता था। मामा सुनील के घर रहकर उसने कक्षा छह तक की पढ़ाई की थी।
सुनील इस समय राजस्थान के भिवंडी जिले में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं। फिलहाल यहां अंजू के चचेरे मामा रोशनलाल रहते हैं, उन्होंने बताया कि उनका अंजू और उसके परिवार से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि उन लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया था।
दो साल पहले एक शादी में कैलोर आई थी
अंजू के नाम की जब कैलोर में चर्चा हुई तो गांव के लोगों ने दबी जुबान में बताया करीब दो साल पहले अंजू अपने ननिहाल में अपनी ममेरी बहन की शादी में शामिल होने आई थी। उसके बाद से उसका आना-जाना कैलोर नहीं हुआ।
क्या बोली पुलिस
माधौगढ़ के थानेदार विमलेश कुमार ने बताया कि अंजू बचपन में कैलोर में रही थी। उसका जन्म भी यहीं हुआ था इसलिए पासपोर्ट में जन्म स्थान कैलोर लिखा है। इसके अलावा इस नाम का कोई भी पासपोर्ट जालौन से नहीं बना है और न ही कोई इंक्वायरी हुई।
अंजू को पिता ने बताया सनकी
इधर, अंजू के पिता गया प्रसाद ने मीडिया को बताया है कि अंजू तीन साल से ही अपने मामा के यहां उत्तर प्रदेश के जालौन में रहती थी। उनका कहना है कि उनकी 5 बेटियां हैं और एक बेटा है। अंजू बचपन से ही सनकी लड़की है। उन्होंने कहा- हमनें 20 साल पहले अंजू का विवाह राजस्थान के भिवाड़ी के रहने वाले अरविन्द मीना से किया था। वह वहीं रह रही थी। उससे हमारा बिल्कुल भी संपर्क नहीं है। हमारी उससे बातचीत भी नहीं होती है। वह बचपन से ही सनकी टाइप की लड़की है। वह मेंटली डिस्टर्ब लड़की है। उसने जो काम किया है वह गलत है।
अंजू के पिता ने बताया है कि 21 जुलाई को उनके पास दामाद का फोन आया था। उसने बताया कि अंजू लाहौर चली गई है। उसका पति तो बहुत सीधा साधा है। वह यह कह कर गई है कि अपनी फ्रेंड से मिलने लाहौर जा रही है। इसको लेकर अंजू के पिता कुछ भी स्पष्ट बोलने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने बताया है कि नसरुल्लाह से अंजू के सबंध के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अंजू के पिता ने यह भी कहा कि मेरी बेटी का किसी के साथ प्रेम संबंध नहीं होगा। वह कभी भी इन सब चक्करों में नहीं पड़ेगी। वह आजाद स्वभाव की लड़की है। वह किसी भी पुरुष के प्यार में नहीं पड़ेगी। इसकी मैं गारंटी दे सकता हूं। अंजू 12वीं तक पढ़ी है और किसी कंपनी में नौकरी करती है। मैंने उसको उसके सनकी स्वभाव के कारण छोड़ दिया था क्योंकि वह इससे बाहर नहीं आ पा रही थी।
अंजू के पिता ने यह भी बताया कि अंजू टेकनपुर नहीं आई क्योंकि मैंने उसे कभी बुलाया नहीं। वह मानसिक रूप से परेशान और सनकी है। जब वह तीन साल की थी तब से वह उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में अपने मामा के साथ रह रही है। करीब 20 साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद वह भिवाड़ी चली गई थी। इसके बाद से मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं है। मैं बौना गांव में अपने घर रह रहा हूं क्योंकि यह खाली था। मैं समय-समय पर (हरियाणा के फरीदाबाद से) यहां आता रहता हूं।
वहीं अंजू के भाई डेविड ने बताया कि उसको इतना तो पता था कि बहन कहीं घूमने जा रही है लेकिन यह अंदाजा नहीं था कि वह पाकिस्तान पहुंच जाएगी। अंजू पहले अपनी बड़ी बहन के पास गोवा जाने वाली थी लेकिन यह यात्रा रद कर दी।
डेविड ने बताया कि अंजू ने गोवा का प्लान रद करने के बाद बताया कि वह जयपुर जा रही है। 21 जुलाई को पता चला कि वह जयपुर की बजाए अमृतसर पहुंच गई है। उसने तब भी नहीं बताया था कि वह पाकिस्तान जाने वाली है। पाकिस्तान जाने के बाद अंजू की हमसे तो कोई बात नहीं हुई लेकिन उसने बच्चों से बात की है। अंजू बच्चों को बता रही थी कि वह दो दिन में भारत लौट आएगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंजू के भाई ने बताया कि वे बचपन से ही ईसाई हैं। दादा हिंदू थे लेकिन पिता ने ईसाई धर्म अपना लिया था। अब हम ईसाई हैं।
इस बीच अंजू के पाकिस्तानी मित्र नसरुल्ला का बयान सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, उसने कहा- अंजू 20 अगस्त को वीजा समाप्त होने पर भारत लौट आएगी। उनके बीच प्रेम संबंध नहीं है। मेरी उनकी अंजू से शादी करने की कोई योजना नहीं है। यह भी पता चला है कि नसरुल्ला और अंजू साल 2019 में फेसबुक पर दोस्त बने थे। वहीं अंजू के पति एवं राजस्थान निवासी अरविंद ने उम्मीद जताई है कि उसकी पत्नी जल्द वापस आ जाएगी। बता दें कि अंजू की 15 साल की एक बेटी और छह साल का एक बेटा भी है।
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