नई दिल्ली। नेतृत्व के मुद्दे का फिलहाल समाधान होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। धीरे-धीरे एक के बाद एक नेता पार्टी गतिविधियों और नीतियों को लेकर सामने आ रहे हैं। इस क्रम में अब नया नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री का जुड़ गया है। उन्होंने मंगलवार को कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दूसरे राज्यों के नेताओ-कार्यकर्ताओं से मिलने से गुरेज खाते हैं। उनके इस बयान के बाद कांग्रेस में कही ना कहीं कोई कमी होने की बात को हवा मिल रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल शास्त्री का कहना है कि पार्टी की सबसे बड़ी कमी यह है कि यहां नेताओं के साथ बैठक नहीं होती है। लोगों के बीच संवाद नहीं होने से कई समस्याएं पैदा होती हैं। वहीं उऩ्होंने पार्टी नेतृत्व में भी कमी होने की बात कही है। उन्होंने पूछा कि आखिर क्या कारण है कि अलग राज्य से आने वाले नेताओं के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलना आसान नहीं होता।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर पार्टी के शीर्ष नेता अपने सहयोगियों और अन्य राज्यों के नेताओं से मिलना शुरू कर दें तो 50 फीसदी समस्याओं का हल यूं ही हो जाए। उन्होंने कहा कि अब भी समय है कि पार्टी नेतृत्व संवाद को बढ़ावा देते हुए बैठकों को सुचारू करने पर विचार करे, अन्यथा आगे के दिन में स्थिति और बिगड़ेगी।
इससे पहले मंगलवार सुबह कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर देश को किसी भी पद से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘यह एक पद के बारे में नहीं है। यह मेरे देश के बारे में हैं जो सबसे ज्यादा मायने रखता है।’ उनके इस ट्वीट से साफ है कि कांग्रेस में जारी अंतर्कलह अभी खत्म नहीं हुई है। (एजेंसी, हि.स.)
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