नई दिल्ली (New Delhi) । इंडिया के सबसे दमदार एक्टर्स में गिने जाने वाले नाना पाटेकर (Actor Nana Patekar) को पहली बार फिल्म ‘परिंदा’ (film Parinda) के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था. इस फिल्म में गैंगस्टर अन्ना का रोल कर रहे नाना का काम बहुत पसंद किया गया था. ‘परिंदा’ में जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर (Anil Kapoor) ने दो भाइयों के लीड किरदार निभाए थे, जो मजबूरी में अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बन जाते हैं.
गैंगस्टर फिल्मों के मामले में आइकॉनिक मानी जाने वाली ‘सत्या’ के राइटर अनुराग कश्यप और डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा भी कह चुके हैं कि ‘परिंदा’ ने उन्हें बहुत इंस्पायर किया था. हिंदी गैंगस्टर फिल्मों को एक नई भाषा देने वाली ‘परिंदा’ में नाना पाटेकर पहले जैकी श्रॉफ वाला रोल करने वाले थे. अब नाना ने बताया है कि कैसे अनिल कपूर ने उन्हें फिल्म से निकलवा दिया था.
‘कहीं स्टार न बन जाए नाना’
एक इंटरव्यू में नाना ने बताया, ‘मैं पहले जैकी का रोल करने वाला था और नसीरुद्दीन शाह अन्ना का किरदार करने वाले थे. नसीर बाहर हो गया, मैंने और अनिल ने काफी रिहर्सल भी की थी, और फिर अचानक से निकाल दिया गया.’
नाना ने बताया कि अभी हाल ही में उन्होंने ‘परिंदा’ को लेकर अनिल कपूर से बात की, तो पूछा, ‘अबे तूने विनोद को ऐसे बोल दिया कि नाना को निकाल दो?’ तो अनिल ने उन्हें बताया, ‘सच कहूं नाना यार, क्या हुआ पता है, मैंने सोचा नाना को क्यों स्टार बनाऊं मैं!’ नाना ने कहा ये जाहिर था कि जैकी वाला रोल जो करेगा, वो स्टार बनेगा.
नाना ने बताया, ‘मैंने अनिल को कहा ‘उस वक्त मैंने तुझे बताया था न, कोई भी रोल दे दो हम स्टार बनकर दिखाएंगे, तेरी तरफ कोई नहीं देखेगा!’ अनिल और मुझमें सबकुछ चलता है आजकल. लेकिन उस वक्त तो वो स्टार था, विनोद ने उसकी बात मान ली और हमें निकाल दिया. फिर हम निकल गए और नाटक करने लगे. फिर 3-4 महीने बाद विनोद आकर बोला- सुन तू अन्ना का रोल करेगा क्या?’
इस शर्त पर ‘परिंदा’ में वापस लौटे नाना
नाना ने कहा पहले तो वो डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा को देखकर गुस्साए. ‘मैंने कहा ‘मैं करूंगा.’ उसने कहा कि मार्किट में अभी तुम्हें जितने पैसे मिल रहे हैं वो मैं दूंगा. मैंने कहा ‘वो तो मैं लूंगा ही, वो कोई मेहरबानी थोड़ी करेगा तू. लेकिन लिखूंगा मैं’ नाना ने बताया.
उन्होंने आगे कहा कि उनके किरदार का जलकर मरने वाला एंगल उनका खुद का लिखा हुआ है. नाना ने बताया, ‘वो आग वाकई लगी थी. मैं जल रहा था. उसके बाद एक साल तक मैं कुछ नहीं कर पाया, मैं हॉस्पिटल में पड़ा हुआ था 60 दिन. वो जो सीन देखते हो न उसमें मैं बाकायदा जल रहा था.
नाना ने बताया कि उनकी स्किन गल के उनकी चप्पलों और पायजामे पर गिर गई थी. दाढ़ी नहीं थी, मूंछें नहीं थीं, भवें नहीं थीं, पलकें नहीं थीं. उन्होंने कहा कि आदमी को जलने में बस 5 सेकंड लगते हैं. आगे नाना ने कहा, ‘खैर वो हादसा था. हो गया वो, चलता है.’
नाना की बात करें तो वो पिछले साल रिलीज हुई फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ में नजर आए थे. वो जल्द ही एक वेब सीरीज ‘लाल बत्ती’ में नजर आएंगे. इसके अलावा उन्होंने ‘गदर’ फेम डायरेक्टर अनिल शर्मा की फिल्म ‘जर्नी’ भी शूट की है.
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