इंदौर। कांग्रेस में नई टीम के गठन के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से नाराज चल रहे मुस्लिम नेताओं ने अब राहुल गांधी के यहां दस्तक देने का निर्णय लिया है। यह नेता उपचुनाव के नतीजों के बाद राहुल से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। इन लोगों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर सालों से कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
प्रदेश कांग्रेस की नई टीम में बुरहानपुर से पूर्व विधायक हमीद काजी को उपाध्यक्ष और अनीस मामू को महामंत्री बनाया गया। मुस्लिम नेताओं का कहना है कि उम्रदराज काजी का कोई आधार नहीं बचा है और अनीस दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं के यहां हाजिरी बजाने के चलते यह पद पाने में सफल हुए। शेख अलीम प्रदेश अध्यक्ष के निजी मित्र हैं, इस कारण उन्हें अनुशासन समिति में मौका दिया गया। सोहराब पटेल राऊ विधानसभा क्षेत्र के समीकरण को प्रभावित करने की ताकत रखते हैं, इस कारण उन्हें पटवारी ने एडजस्ट किया।
सालों से कांग्रेस के लिए काम कर रहे नेताओं की अपेक्षा की गई और हमारी कहीं सुनवाई भी नहीं हो रही है। नाराज मुस्लिम नेताओं को प्रदेश के कुछ बड़े नेताओं का भी समर्थन है। यह नेता तो प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के तत्काल बाद ही राहुल गांधी के साथी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से मिलकर विरोध दर्ज करवाने वाले थे, लेकिन तब इन्हें प्रदेश के ही बड़े नेताओं द्वारा कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा गया था। सूत्रों के मुताबिक 23 नवंबर को मध्यप्रदेश के दोनों उपचुनाव बुधनी और विजयपुर के नतीजे आ जाएंगे। इसके बाद मुस्लिम नेताओं का एक बड़ा समूह दिल्ली जाकर विरोध दर्ज करवाएगा। इन लोगों का यह भी आरोप है कि प्रदेश अध्यक्ष आधारहीन मुस्लिम नेताओं को बढ़ावा दे रहे हैं और जो मुस्लिम नेता सालों से कांग्रेस के लिए मैदान में सक्रिय हैं, उनकी उपेक्षा की जा रही है।
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