भोपाल। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय के राजधानी भोपाल में बावडिय़ांकला स्थित रोहित नगर सेवा केंद्र पर अनंत चतुर्दशी के उपलक्ष्य पर संपूर्ण विश्व से कोरोना नामक महामारी को जड़ से खत्म करने के लिए विघ्न विनाशक गणपतिजी से बहुत ही श्रृद्धा एवं भावना के साथ प्रार्थना की गई। इस भव्य कार्यक्रम में भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती एवं गणेश जी की झांकी भी सजाई गई।
सेवा केंद्र संचालिका बीके डॉ. रीना बहन ने गणेश चतुर्दशी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि गणेश जी के सभी हाथों में क्रमश: कुल्हाड़ी, मोदक, रस्सी तथा वरदानी हाथ दिखाया जाता है, जो यह दर्शाता है कि हमें मोह, माया, विकारों को सत्कर्म रूपी कुल्हाड़ी से काटकर एक दूसरे को स्नेह रुपी रस्सी से बांधकर रिश्तों में मधुरता रूपी गुण अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोदक का अर्थ हमारे जीवन के परिश्रम का फल एवम् उसकी खुशी का प्रतीक है। बड़े कान किसी की निंदा चुगली नहीं सुनने का प्रतीक है, छोटा मुख कम बोलना एवं अधिक सुनने का प्रतीक है। छोटी आंखें अर्थात एकाग्रता से परिस्थिति को परखना फिर निर्णय लेने का प्रतीक है। बड़े पेट का अर्थ दुनिया में हर प्रकार की बातों को सुनते, देखते हुए समाने की क्षमता का प्रतीक बताया। कार्यक्रम की शुरुआत में दीप प्रज्वलन किया गया। सभी ने मिलकर कोरोना महामारी को खत्म करने हेतु गणपति जी की विशेष आरती की। कार्यक्रम में बी.के.मंजू बहन, बीके पिंकी बहन, बीके कुंती बहन, बीके रावेन्द्र भाई, बीके हेमराज भाई, बीके सुरेश, बीके राहुल भाई ,बीके शरद भाई, बीके सतीश, बीके राम आदि उपस्थित थे।
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