भोपाल। राज्य आनंद संस्थान जल्द ही मध्य प्रदेश के निवासियों के जीवन में खुशी के संदर्भ में आए बदलावों का पता लगाने के लिए खुशी का बेसलाइन सर्वेक्षण करने वाला है। यह सर्वे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग किया जाएगा, जिसमें लगभग 35 हजार लोगों को शामिल करने की योजना है। इसमें लोगों से उनके रिश्तों, आय, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और अन्य सूचकांकों पर सवाल पूछे जाएंगे। इसके लिए प्रश्नावली तैयार की गई है। इस कार्य के लिए आइआइटी खडग़पुर, राज्य आनंद संस्थान का नालेज पार्टनर है और उसने सर्वेक्षण योजना का मसौदा और प्रश्नावली तैयार करने में मदद की है।
राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अखिलेश अर्गल ने बताया कि ग्रामीण सर्वेक्षण में प्रत्येक जिले के छह गांवों को शामिल किया जाएगा और 65 लोगों का साक्षात्कार लिया जाएगा। इस प्रकार बेसलाइन सर्वे में करीब 20 हजार ग्रामीणों से बातचीत की जाएगी। इसके अलावा सर्वे में कम से कम 15 हजार शहरी आबादी को भी शामिल किया जाएगा। इस प्रकार सर्वेक्षण के दौरान लगभग 35 हजार लोगों का साक्षात्कार लिया जाएगा।अखिलेश अर्गल ने बताया कि खुशी का आधारभूत सर्वेक्षण शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए प्रश्नावली तैयार की जा चुकी है। सर्वेक्षण को दोहराया भी जाएगा, क्योंकि इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी।
11 सूचकांक होंगे शामिल
सर्वेक्षण 11 डोमेन पर आधारित होगा, जिसमें संबंध और सुरक्षा, संरक्षा, आय, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवाएं, पर्यावरण, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन, समावेशिता, लिंग, बुनियादी ढांचा, परिवहन आदि शामिल हैं। प्रत्येक डोमेन के लिए प्रश्नावली तैयार की गई है। उदाहरण के लिए, संबंध सूचकांक में लोगों को उनके कठिन समय के दौरान प्राप्त समर्थन और मदद के बारे में बताने के लिए कहा जाएगा और समर्थन को एक से पांच के पैमाने पर रेटिंग दी जाएगी। उनसे यह भी पूछा जाएगा कि उन्हें किससे मदद मिली- परिवार और रिश्तेदार, दोस्त, पड़ोसी, समाज के लोग और सहकर्मी।
व्यक्तिगत भलाई सूचकांक
यहां लोगों को यह जवाब देना होगा कि वे जीवन के विभिन्न पहलुओं से कितने संतुष्ट हैं, जिसमें जीवन स्तर, स्वास्थ्य, शिक्षा का स्तर, व्यक्तिगत सफलता और जीवन में उपलब्धियां, व्यक्तिगत संबंध, सुरक्षा, संरक्षा, समुदाय सह पड़ोसी शामिल हैं। अपने जीवन और व्यवसाय के बारे में स्वयं निर्णय लेने की स्वतंत्रता के बारे में भी पूछा जाएगा।
सुरक्षा और संरक्षा
इस सूचकांक के तहत लोगों को यह रेटिंग देनी होगी कि वे परिवार, समुदाय, गांव, कस्बे, शहर, कार्यस्थल पर, सुरक्षा या पुलिसकर्मियों की उपस्थिति आदि में कितना सुरक्षित महसूस करते हैं।
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