कुशीनगर (kushinagar)। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते इन दिनों नदियां उफान (rivers in spate) पर हैं। नदियों का पानी कई गांवों में घुस चुका है, इसी के चलते पानी में रहने वाले जीव-जन्तु (creatures) भी बाहर आने लगे हैं। ज्यादातर क्षेत्रों में मगरमच्छ (Crocodile) के हमले बढ़ गए हैं। यूपी के कुशीनगर में जिले में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है।
खड्डा थाना क्षेत्र के गैनही जंगल में नहर से एक मगरमच्छ बाहर निकल आया है। इसी दौरान नहर किनारे एक बुजुर्ग शौच करने के लिए पहुंचा तो मगरमच्छ ने उन पर हमला बोल दिया। मगरमच्छ ने बुजुर्ग का प्राइवेट पार्ट तक काट लिया। मगरमच्छ के हमले के बाद बुजुर्ग चिल्लाया तो आसपास के लोग मौके पर दौड़े और बुजुर्ग को अस्पताल लेकर पहुंचे। स्थिति गम्भीर देख डॉक्टर ने जिला अस्पताल और वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। उसकी हालत गंभीर बताई गई है। घटनास्थल महराजगंज जिले के निचलौल रेंज के अंतर्गत आता है।
वहीं दूसरी ओर आगरा जिले के थाना मनसुखपुरा क्षेत्र के गांव गढ़कापुरा के तालाब से मगरमच्छ बाहर निकलकर किसान हजारी सिंह व लहसन सिह के घर के बाहर पहुंच गया। इसर लंबाई करीब चार फीट थी। अचानक घर के बाहर मगरमच्छ को देख किसान की चीख निकल गई। आवाज सुनकर आए ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से मगरमच्छ को पशुओं की ओर जाने से रोक दिया। इसकी सूचना वन विभाग कार्यालय पिनाहट पर दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। इस बीच मगरमच्छ तालाब के किनारे झाड़ियों में छुप गया। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित निकालकर चंबल नदी पिनाहट घाट पर छोड़ा दिया गया है।
बारिश में बढ़ा पानी तो विकास भवन पहुंचा मगरमच्छ
पीलीभीत में ताबड़तोड़ हो रही बारिश के बीच रविवार को अचानक मगरमच्छ विकास भवन में गेट पर जा पहुंचा। आबादी क्षेत्र में मगरमच्छ को देखे जाने से खलबली के बीच दहशत फैल गई। इसकी जानकारी डीएम को लगी तो वन विभाग को निर्देशित कर रेस्क्यू कराया गया। शुक्रवार रात से बरसात के कारण जिले में ताल तलैया और नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है। ऐसे में रविवार को साप्ताहिक अवकाश के दिन एक मगरमच्छ सुबह करीब आठ बजे विकास भवन के गेट के पास देखा गया। इसकी जानकारी होने पर डीएम संजय कुमार सिंह ने वन विभाग के जिम्मेदारों को बताया। इस पर रेस्क्यू किया गया। डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि मगरमच्छ को रेस्क्यू कर दूर छोड़ दिया गया है।
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