भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव की हार के बाद कांग्रे्रस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था, लेकिन विधानसभा का शीतकालीन सत्र जिस तरह टाला गया उससे कांग्रेस के अंदर ही अपने नेता कमलनाथ के खिलाफ माहौल बनने लगा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की कार्यशैली से बेहद नाराज हैं और इसे लेकर बैठकों के दौर शुरू हो गए हैं। उपचुनाव में सर्वे के नाम पर जिस तरह कमलनाथ ने टिकट वितरण किए उससे पहले ही ग्वालियर चंबल संभाग के कई नेता उनसे असहमत थे। वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री लाखन सिंह ने खुलेआम इस पर आपत्ति दर्ज करा दी है। श्योपुर के विधायक बाबू सिंह जंडेल भी कमलनाथ के खिलाफ बयान दे चुके हैं। इधर भोपाल में सर्वदलीय बैठक के नाम पर कमलनाथ ने जिस तरह विधानसभा का शीत कालीन सत्र रद्द करने पर सहमति दी उससे लगभग आधे कांग्रेस विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। डॉ. गोविंद सिंह ने विधानसभा सचिवालय से यह लिखित में लिया है कि सत्र रद्द करने पर उनकी असहमति है।
अजय-अरूण भी नाराज
बताया जाता है कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव भी कमलनाथ की कार्यशैली से बेहद नाराज हैं। पिछले दिनों अरूण यादव को किसान आंदोलन की कमान सौंपी गई, लेकिन एन टाइम पर उन्हें विश्वास में लिए बगैर कमलनाथ ने ये आंदोलन वापस ले लिया। इससे अरूण यादव बेहद नाराज हैं। बताया जाता हैं कि अजय सिंह के बंगले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो चुकी है। जिसमें कमलनाथ की कार्यशैली को लेकर चर्चा हुई है। दिग्विजय सिंह के पुत्र विधायक जयवर्धन सिंह ने भी सदन की कार्यवाही को रद्द करने के लिए विधानसभा के कर्मचारियों की जिस कोरोना रिपोर्ट को आधार बनाया गया है उस पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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