भोपाल। प्रदेश में एक ओर जहां सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) में भोपाल से लेकर दिल्ली तक कमराबंद बैठकों का दौर जारी है। इस बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (Leader of Opposition Ajay Singh) के पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief Kamal Nath) को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस में भी हलचल तेज हो गई है। अजय के बयान को कमलनाथ (Kamalnath) के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस (Congress) में बन रहे माहौल से जोड़कर देखा जा रहा है। सरकार गिराने के बाद कमलनाथ (Kamalnath) पार्टी के अन्य नेताओं के बीच समन्वय बनाने में सफल रहीं रहे हैं। यही वजह है कि कांग्रेस (Congress) में कमलनाथ (Kamalnath) विरोधी स्वर उठने लगे हैं।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह (Ajay Singh) ने कमलनाथ (Kamalnath) पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी अक्षमता का ठीकरा विंध्य पर न फोड़ा जाए। इस तरह के बयान से विंध्य का अपमान होता है। पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि इससे निराश हो जाते हैं। 2020 में सरकार गिरने का कारण विंध्य नहीं, बल्कि कमलनाथ (Kamalnath) खुद थे। अजय सिंह यहीं नहीं रुके। आगे बोले कि ऐसे शब्द न बोले कि भाजपा (BJP) को राजनीति करने का मुद्दा मिल जाए। भारत विश्व में हो रहा बदनाम के सवाल पर अजय सिंह (Ajay Singh) ने कहा, संयम रखने की जरूरत थी। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते मैहर दौरे पर कमलनाथ (Kamalnath) ने कहा था कि अगर विंध्य में कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता और मेहनत करते, ज्यादा सीटें आती तो हमारी सरकार (Government) नहीं गिरती। इसके बाद गुरुवार को सतना (Satna) दौरे पर आए कांग्रेस नेता अजय सिंह (Ajay Singh) ने कहा कि कमलनाथ (Kamalnath) विंध्य का अपमान कर रहे हैं। सरकार गिरने का कारण विंध्य नहीं बल्कि खुद की जिम्मेदारी थी। वे चाहते तो सरकार बची रहती। 2018 में विंध्य की हार की वजह कुछ और थी। इस बीच कांग्रेस के अन्य नेता चुप्पी साधे हुए हैं जबकि विधायक प्रवीण पाठक खुलकर कमलनाथ (Kamalnath) के साथ आ गए हैं। इसे हर कोई जानता है। कमलनाथ (Kamalnath) जी का विंध्य पर आरोप लगाना विंध्य की जनता का अपमान करना है।
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