अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हाल ही में निधन हुआ है. उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया, लेकिन अब इसपर ही विवाद हो गया है. शोक जाहिर करने पर यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने ही अपने वाइस चांसलर का विरोध किया है.
दरअसल, 22 अगस्त को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति तारिक मंसूर ने शोक व्यक्त किया. इस शोक पत्र के बाद यूनिवर्सिटी के कैंपस में एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें इस शोक संवेदना की निंदा की गई है.
पोस्टर में लिखा गया है कि वाइस चांसलर द्वारा कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करना शर्मनाक है, क्योंकि कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना के मुख्य पात्रों में से एक थे और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया था. जो पोस्टर लगाया गया है, उसपर किसी संगठन या छात्र का नाम नहीं लिखा है. हालांकि, कुछ छात्र संगठनों ने इस पत्र का समर्थन किया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का 21 अगस्त को 89 साल की उम्र में निधन हुआ. कल्याण सिंह की गिनती भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में होती रही है, जिन्होंने रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाई थी.
कल्याण सिंह के निधन के बाद एक विवाद और भी हुआ था. भारतीय जनता पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया था कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से कल्याण सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि नहीं दी गई है. इसी को लेकर बीजेपी ने अखिलेश को ओबीसी विरोधी बताया था.
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