अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन में सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वाले तीन बांग्लादेशी छात्रो पर कार्रवाई की है. उन्होंने इस्कॉन और भारतीय महिलाओं पर विवादित पोस्ट की थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दोनों छात्रों की पढ़ाई पर रोक लगा दी गई है. वहीं, एक अन्य बांग्लादेशी छात्र की डिग्री पूरी होने पर उसे आगे एडमिशन दिए जाने पर भी रोक लगाई गई है. एएमयू प्रशासन ने इसकी सूचना बांग्लादेश दूतावास को भी दी है.
इनके खिलाफ यूनिवर्सिटी के हिंदू छात्रों ने विरोध जताया था. उन्होंने तीनों छात्रों के निलंबन के साथ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे 36 बांग्लादेशी छात्रों को वापस भेजने की भी मांग की थी. तीनो आरोपी छात्रों ने इस्कॉन को चरमपंथी संगठन बताया था. वहीं, इन्होंने भारतीय महिलाओं पर भी अमर्यादित टिप्पणी की थी. पोस्ट वायरल होने पर इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी के हिंदू छात्रों को हुई. उन्होंने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही इनकी लिखित शिकायत एएमयू प्रॉक्टर से की थी.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो. एम वसीम अली ने जानकारी देते हुए बताया कि एमए करने के बाद बांग्लादेश जा चुके एएमयू के छात्र समीउल इस्लाम को ईमेल के जरिए नोटिस भेजा गया है. वह यूनिवर्सिटी के एसएस नॉर्थ हॉल में रहता था. वहीं, दूसरे आरोपी छात्र महमूद हसन के खिलाफ भी नोटिस जारी किया गया है. महमूद हसन ने एएमयू में दाखिला तो लिया था लेकिन वह कभी यहां पढ़ने नहीं आया. उसके एडमिशन को नवंबर में रद्द किया गया था, उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दोनों छात्रों की एंट्री पर रोक लगाई गई है.
प्रॉक्टर प्रो. एम वसीम अली ने बताया कि तीसरा छात्र रिफत रहमान है. वह बीए इकॉनोमिक्स का अंतिम वर्ष का छात्र है, जो यूनिवर्सिटी के वीएम हॉल में रहता है. उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. रिफत ने इसके लिए माफी मांगी है और माफीनामा दिया था. उसे चेतावनी जारी की गई, साथ ही बीए करने के बाद एएमयू में उसके एडमिशन पर रोक लगा दी गई है.
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