काबुल। तालिबान (Taliban) ने ये दावा किया है कि उसने नेशनल रेजिस्टेंट फोर्स को हराकर पंजशीर (Panjshir) को कब्जे में कर लिया है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब अफगानिस्तान नेशनल रेजिस्टेंट फ्रंट (Afghan National Resistance Front) की कमान सीधे अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) ने संभाल ली है और वो तालिबानी लड़ाकों पर पहाड़ी इलाकों से हमले कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) ने एक खास रणनीति के तहत अपनी फोर्सज को पहाड़ के उन इलाकों में तैनात कर दिया है, जिनके बीच से पंजशीर (Panjshir) की तरफ जाने के लिए सड़क गुजरती है. पहाड़ की ऊंचाइयों पर बैठकर रेजिस्टेंट फोर्स तालिबान पर हमले कर रही है. सूत्रों ने तालिबान के उस दावे को फर्जी करार दिया है, जिसमें उसने ये दावा किया था कि कार्यकारी राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह अफगानिस्तान छोड़कर दूसरे देश भाग गए हैं.
काबुल में हैं ISI Chief हामिद फैज
सूत्रों के मुताबिक तालिबान की मदद के लिए आईएसआई चीफ हामिद फैज (ISI Chief Hamid Faiz) शनिवार से ही काबुल में हैं. ऐसा माना जा रहा है कि तालिबान के कहने पर उन्होनें पंजशीर में पाकिस्तानी ड्रोन और सेना की यूनिट्स को पंजशीर पर हमले के लिए भेजा है.
तालिबान ने हथियार उठाने वालों को बताया देश का दुश्मन
तालिबान (Taliban) ने पंजशीर पर कब्जा कर लिए जाने के अपने दावे के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने काबुल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि युद्ध समाप्त हो गया है और उन्हें एक स्थिर अफगानिस्तान की उम्मीद है. मुजाहिद ने यह भी कहा कि जो कोई भी हथियार उठाता है वह लोगों और देश का दुश्मन है.
ईरान कर रहा पाकिस्तानी हस्तक्षेप की जांच
पंजशीर में तालिबान के हमले पर ईरान के विदेश मंत्रालय की तरफ से बेहद कड़ा बयान आया है. ईरान ने तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा है कि तालिबान लक्ष्मण रेखा न पार करे. साथ ही तेहरान टाइम्स के मुताबिक ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद खतीब जादेह ने ये भी कहा है कि ‘पंजशीर हमले के दौरान पाकिस्तानी हस्तक्षेप की जांच की जा रही है.’
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