लेबनान । अमेरिकी की खुफिया एजेंसी एफबीआइ ने बेरूत के बंदरगाह (Beirut) पर एक शक्तिशाली विस्फोट (powerful explosions) में संकेत दिया है कि विस्फोट 2750 टन नहीं, 500 टन अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium nitrate) में हुआ था। अभी तक इस मामले में सुरक्षा बल कोई खास जानकारी नहीं कर सके हैं। 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बेरुत विस्फोट में यहां के करीब 2,060 रेस्टोरेंट और 163 होटल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
एफबीआइ की जांच सामने आने के बाद लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री हसन दियाब ने सवाल उठाया है कि 2250 टन अमोनियम नाइट्रेट कहां गया। यह कौन लेकर आया। किसके जहाज में आया, इसका कोई पता नहीं है। यह भी अभी तक जानकारी नहीं हुई है कि लेबनान में इतना विस्फोटक कैसे आया। सुरक्षा बलों ने भी अभी तक इस संबध में कोई जानकारी नहीं दी है।
बेरूत में 4 अगस्त को भीषण विस्फोट में दो सौ लोगों की मौत हो गई थी। छह हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। यही नहीं तीन लाख लोग बेघर हो गए। पोर्ट के 12 नंबर वेयरहाउस में 2014 से भंडारित अमोनियम नाइट्रेट के कारण यह जानलेवा विस्फोट हुआ था। इस हादसे में करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ। दुनिया के कई देशों की ओर से लेबनान को सहायता भेजी गई।
शक्तिशाली धमाके के बाद लोगों की मांग के आगे झुकते हुए प्रधानमंत्री हसन दियाब ने इस्तीफा दे दिया था। विस्फोट से नाराज लोग सरकारी महकमे की लापरवाही और सरकार की अयोग्यता के आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए थे और पूरी सरकार से त्यागपत्र की मांग कर रहे थे। अब तक हसन दियाब कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं।
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