मुंबई: मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन (Lata Mangeshkar) पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आवाज को सदी की सबसे बेहतरीन आवाज करार दिया. लता मंगेशकर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके चलते रविवार सुबह करीब 8 बजकर 12 मिनट पर मुंबई (Mumbai) के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका निधन हो गया. अमिताभ बच्चन (79) ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए ब्लॉग लिखा.
उन्होंने लिखा, ‘वह हमें छोड़कर चली गईं. सदियों की सबसे बेहतरीन आवाज खामोश हो गई. उनकी आवाज अब स्वर्ग में गूंजती रहेगी. उनकी आत्मा की शांति की कामना करता हूं.’ लता मंगेशकर कोरोना वायरस से संक्रमित (Coronavirus Positive) पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे. उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर प्रतीत समदानी और उनकी टीम उनका इलाज कर रही थी.
1942 में की थी करियर की शुरुआत
भारतीय सिनेमा के सबसे महानतम पार्श्व गायकों में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में अपना करियर शुरू किया था और सात दशकों से अधिक समय तक हिंदी, मराठी, तमिल, कन्नड़ और बंगाली समेत 36 भारतीय भाषाओं में लगभग 30,000 गीत गाए. सात दशक के करियर में उन्हें कई फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और कई बार भारतीय फिल्म पुरस्कारों से नवाजा गया. उन्हें 2001 में भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया गया था.
बृहन्मुंबई नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम लगभग 5:45 या 6 बजे तक शिवाजी पार्क मैदान में पहुंचेंगे, जिसके बाद लता मंगेशकर जी का अंतिम संस्कार शाम करीब 6:30 बजे किया जाएगा. पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘उनके व्यक्तित्व का विस्तार सिर्फ गानों की संख्या पर सीमित नहीं था. मेरे जैसे अनेकों लोग हैं जो गर्व से कहेंगे कि लता दीदी के साथ उनका निकट संबंध था.’
‘लता दीदी स्वर्गलोक में चली गई हैं’
उन्होंने कहा, ‘कल ही वसंत पंचमी का पर्व था, मां शारदा की हम आराधना कर रहे थे. जिनके कंठ से मां सरस्वती का आशीर्वाद छोटे बड़े हर किसी को मिलता था, लता दी ब्रह्मलोक की यात्रा पर चली गईं.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘लता दीदी स्वर्गलोक में चली गई हैं. मेरे जैसे बहुत से लोग गर्व से कहेंगे कि उनका उनके साथ घनिष्ठ संबंध था. आप जहां भी जाते हैं, आप हमेशा उसके प्रियजनों को ढूंढ सकते हैं. उनकी सुरीली आवाज हमेशा हमारे साथ रहेगी, मैं उन्हें भारी मन से श्रद्धांजलि देता हूं.’
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