नई दिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव 2024(Lok Sabha Elections 2024) के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (social media platform x)पर बिहार राजभवन (Bihar Raj Bhawan)के खिलाफ की गई एक पोस्ट से हड़कंप मच (The post caused a stir)गया। पोस्ट में दावा किया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर दो ईवीएम हैकर को बिहार राजभवन में ठहराया गया। मौजूदा चुनाव में ईवीएम हैक करने समेत कई तरह के आरोप लगाए गए। राजभवन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के प्रधान सचिव रॉबर्ड एल चोंग्थू ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से की है। ईओयू ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एफआईआर के मुताबिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नीतेश कार्तिकेय (लालूवादी नीतेश) नाम से मौजूद अकाउंट से राज्यपाल और राजभवन को लेकर भ्रामक और तथ्यहीन आरोप लगाए गए। इस अकाउंट के यूजर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। उसके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 और आईटी एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। मामले की जांच के लिए डीएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया गया है।
राजभवन ने पोस्ट को बताया आधारहीन
आरोपी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दो लोगों का नाम लेते हुए इन्हें ईवीएम हैकर बताया। इनके राजभवन में गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर रुकने का आरोप लगाया। हालांकि इसके साथ आरोपी ने किसी तरह का तथ्य नहीं प्रस्तुत किया है। इधर, राजभवन ने इस पोस्ट को पूरी तरह आधारहीन एवं तथ्यहीन करार दिया है। पोस्ट को बिहार को बदनाम करने के अलावा निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता के प्रति आमजन के मन में भ्रम उत्पन्न करने वाला बताया जा रहा है।
मामले में एफआईआर दर्ज कर सघन तफ्तीश शुरू
कानूनविदों के अनुसार राजभवन या राज्यपाल जैसे संवैधानिक पीठ पर बिना किसी आधार के आरोप लगाया गया है, जो बड़े अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सघन तफ्तीश शुरू की गई है। चुनाव के दौरान बिना किसी आधार के ईवीएम पर इस तरह के सवाल खड़ा करना भी आपराधिक श्रेणी में आता है।
केस दर्ज होने के बाद फिर किया पोस्ट
केस दर्ज होने के बाद शाम को आरोपी ने फिर से एक पोस्ट किया। इसमें राज्यपाल पर लगाए गए अपने आरोपों को लोकतंत्र में बतौर जनता अपनी बात स्वतंत्रतापूर्वक रखने की दलील दी है। उसने लिखा है कि मत मूल्यवान है और चौक-चौराहों पर मत के साथ छेड़छाड़ की चर्चा होने लगे, तो सजग प्रहरी होने के नाते जनता के बीच वाजिब सवाल उठाना बनता है।
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