नई दिल्ली: गुजरात (Gujarat) में आए चक्रवात बिपरजॉय (Cyclone Biperjoy) के बाद हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) राज्य में पहुंचे हुए हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि Cyclone Biparjoy की वजह से एक भी व्यक्ति जान नहीं गई. जिस तरह से गुजरात सरकार और केंद्रीय एजेंसियों (Government of Gujarat and Central Agencies) ने चक्रवात के समय लोगों के जीवन की रक्षा के लिए काम किया है, वो एक बेहतरीन टीमवर्क का उदाहरण है. उन्होंने बताया कि तूफान से पहले एक लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर भेजा गया था.
अमित शाह ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की टीमों का बेहतर तालमेल देखने को मिला है, जिसकी वजह से नुकसान कम हुआ है. उन्होंने जानकारी दी कि तूफान में 47 लोग घायल हुए हैं, जबकि 234 पशुओं की मौत हुई है. चक्रवात बिपरजॉय गुरुवार को गुजरात के तट से टकराया. इसकी टक्कर के बाद गुजरात में जबरदस्त बारिश देखने को मिली है. तटीय इलाकों में बारिश की वजह से कई जगह जलभराव भी देखने को मिला है.
चक्रवात बिपरजॉय में किसी की भी जान नहीं जाने पर उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री, तहसील के पटवारी से लेकर पंचायत के लोगों को उन्होंने बधाई दी. उन्होंने बताया कि आपदा में सिर्फ 47 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से कोई भी ऐसा नहीं है, जिन्हें गंभीरता की श्रेणी में रखा जाए. गुजरात में इतना लंबा तट है और इतना कम नुकसान होना प्रशंसा के योग्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान की टक्कर से पहले तैयारियों का जायजा भी लिया था. पीएम ने खुद राज्य सरकार और एजेंसियों से बात की.
बिपरजॉय की वजह से गुजरात के गांवों में बिजली बंद की गई थी, जिसे अब चालू कर दिया गया है. गृह मंत्री ने बताया कि 3400 गांवों में बिजली बंद की गई, जिसमें से 1600 में बहाल कर दी गई है. 20 तारीख तक जितने भी गांवों में बिजली नहीं आ रही हैं, वहां भी आनी शुरू हो जाएगी. उन्होंने जानकारी दी कि तूफान की वजह से 1206 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल में ले जाया गया. उन्होंने सरकार के इंतजामों पर संतोष व्यक्त किया है.
अमित शाह ने बताया कि चक्रवात की वजह से प्रभावित हुए इलाकों का जायजा लिया गया है. समीक्षा के बाद हमें जब पता चला कि किसी की भी जान नहीं गई है, तो हमें बहुत ज्यादा संतुष्टि मिली. उन्होंने बताया कि एक लाख से ज्यादा मछुआरों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए NDRF की 19, SDRF की 13 टीमों और दो रिजर्व बटालियन को तैनात किया गया था. गृह मंत्री ने बताया कि सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, BSF, राज्य पुलिस, स्टेट रिजर्व पुलिस, NDRF और SDRF को भी तैनात किया गया था. इन सभी टीमों ने मिलकर काम किया. वहीं, संचार व्यवस्थाओं के खराब होने की जानकारी मिली थी. उन्होंने बताया कि संचार व्यवस्थाएं बहाल हो चुकी हैं.
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