लद्दाख। लद्दाख में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने इलाके का दौरा किया है। लद्दाख पहुंचकर वायुसेना प्रमुख ने तैयारियों का जायजा लिया और एयरबेस पर मौजूद अधिकारियों के साथ बातचीत की। वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी के दौरे से दो हफ्ते पहले ही सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने भी लद्दाख का दौरा किया था।
वायुसेना ने बताया कि शनिवार को एयर चीफ मार्शल चौधरी ने लेह में एयरफोर्स स्टेशन और उत्तरी सेक्टर में भारतीय वायुसेना की तैनाती का जायजा लिया। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का ये पहला लद्दाख दौरा हुआ है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मौजूदगी बढ़ी
इसी महीने वायुसेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने के बाद 8 अक्तूबर को 89वें वायुसेना दिवस के मौके पर एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मौजूदगी बढ़ गई है। हालांकि, उन्होंने कहा था कि इससे वायुसेना को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने बताया था कि चीन की वायुसेना ने LAC के उस पार तीन एयर फील्ड में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है।
Air Chief Mshl VR Chaudhari #CAS visited Air Force Stn Leh and #IAF deployments at forward areas in the Northern Sector on 16 Oct. CAS took stock of the op readiness of units & interacted with the personnel stationed at the airbase and units on deployment. pic.twitter.com/o3iYZnHPjO
— Indian Air Force (@IAF_MCC) October 17, 2021
पिछले साल भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई थी हिंसक झड़प
भारत और चीन की सेना के बीच पिछले वर्ष पांच मई को सीमा पर गतिरोध के हालात बने थे। पैंगांग झील के इलाकों में उनके बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों ने वहां अपनी ओर से तैनाती बढ़ा दी थी। सैन्य और राजनयिक स्तर की कई दौर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने अगस्त में गोगरा इलाके में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की। झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों से सैनिकों की वापसी फरवरी में हो गई थी संवेदनशील सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दोनों पक्ष के अभी 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं।
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