बालाघाट: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) के लिए बालाघाट जिला (Balaghat District) भी अलर्ट है, क्योंकि बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित (Balaghat district Naxal affected) हैं, ऐसे में यहां चुनावी समर में नक्सली फिर से सक्रिय नजर आ रहे हैं. जिले के लांजी थाना के अंतर्गत भक्कुटोला गांव में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी जो गांव का पूर्व सरपंच था. जिसके बाद से ही यहां पुलिस अलर्ट पर नजर आ रही है.
घटना को लेकर एसपी समीर सौरभ ने बताया कि मृतक की पत्नी कासनबाई पंद्रे के मुताबिक रात 10 बजे के आसपास 4 लोगों ने घर का दरवाजा खटखटाया और पति का नाम पूछा और बाहर आने के लिए कहा. चार लोगो में एक महिला और तीन पुरुष थे. चारों के पास बंदूक थी. जिन्होंने पहले महिला के पति से मोबाइल मांगा. लेकिन जब मोबाइल नहीं मिला तो घर की तलाशी ली और आखिर में पति को साथ लेकर चले गए. लगभग एक घंटे बाद घर से 10 कदम की दूरी पर गोली चलने की आवाज आई, नक्सलियों द्वारा मेरे पति के मुंह में गोली मारी गई है. जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई.
एसपी समीर सौरभ के मुताबिक नक्सली समस्या से जूझ रहे बालाघाट जिले में बीते और इस साल पुलिस कार्रवाई से नक्सली बैकफुट में है, ऐसे में नक्सली ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर अपना भय, ग्रामीणो में पैदा करना चाहते है. एसपी समीर सौरभ ने बताया कि मृतक पुलिस का मुखबिर नहीं था और यह नक्सलियों की कायराना हरकत है.
भक्कुटोला में ग्रामीण पूर्व सरपंच शंकरलाल पंद्रे की हत्या के बाद यहां नक्सलियों ने पर्चे फेंके हैं. जिसमें नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी को चेताया है, यही नहीं बल्कि केंद्र सरकार को पूंजीपति की सरकार बताते हुए पुलिस से दूर रहने और मुखबिरी नहीं करने की बात कही है. यही नहीं बल्कि नक्सलियों ने कहा है कि यदि किसी गांव में मुखबिरी होती है तो उस व्यक्ति को मुखबिरी की सजा के साथ पंचायत के जनप्रतिनिधियों को भी इसका दंड भुगतान होगा.
बता दें कि बालाघाट जिले की तीन विधानसभा क्षेत्र बैहर, लांजी और परसवाड़ा नक्सल प्रभावित माने जाते हैं, यहां नक्सली एक्टिव रहते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. ऐसे में यहां चुनाव को लेकर नक्सली एक्टिव होने की फिराक में हैं, जबकि पुलिस भी लगातार अलर्ट बनी हुई है.
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