बगदादा। ईरान और इस्राइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। लगातार दोनों देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस बीच इराक में शनिवार को ईरान समर्थित सैन्य ठिकानों पांच धमाके हुए। इसमें कम से कम तीन लोग घायल हो गए। हालांकि, अभी तक धमाकों के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
बगदाद के दक्षिण में बेबीलोन गवर्नरेट में सुरक्षा समिति के सदस्य मुहन्नाद अल-अनाजी के अनुसार, विस्फोट विशेष रूप से पॉपुलर मोबिलाइजेशन यूनिट्स से संबंधित एक जगह पर हुए। बेबीलोन गवर्नरेट के उत्तर में राजमार्ग पर अल-मशरौ जिले के कलसू सैन्य अड्डे पर हुए धमाकों की जांच चल रही है।
ईरान को संदेह है कि यह धमाके कहीं न कहीं इस्राइल की साजिश है। हालांकि, इस्राइल और अमेरिका के अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीएमयू एक इराकी अर्धसैनिक समूह है जो ज्यादातर शिया ईरान द्वारा समर्थित है। पीएमयू स्थानीय प्रशासन से संबद्ध है और ईरान में शिया के साथ मजबूत संबंध हैं जो लंबे समय से इराकी राजनीति पर हावी है।
बता दें, यह धमाके ऐसे समय में हुए हैं, जब इस्राइल सात अक्तूबर के हमले के जवाब में गाजा में हमास से लड़ रहा है। कहा जाता है कि इस्राइल पर हुए हमले के पीछे कहीं न कहीं ईरान का हाथ था। इस महीने इस्राइल और ईरान के बीच एक के बाद एक हुए हमले ने गुप्त चल रही लड़ाई को सामने लाकर रख दिया।
यह है ईरान और इस्राइल के बीच तनाव का मामला
ईरान के दमिश्क स्थित दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरान की सेना के दो शीर्ष कमांडर्स समेत सात लोगों की मौत हुई थी। ईरान ने इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया था। ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर इस्राइल ने उन पर हमला किया तो वे और ताकत के साथ पलटवार करेंगे। इसके बाद, बीते दिनों ईरान ने इस्राइल पर 300 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोंस से हमला किया था। हालांकि ये मिसाइलें और ड्रोंस इस्राइल की हवाई सुरक्षा को नहीं भेद पाई थीं। वहीं, हाल ही में इस्राइल ने पलटवार किया।
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