वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार 29वें दिन भी जंग जारी है। यूक्रेन जहां हथियार डालने के लिए तैयार नहीं है वहीं रूस अब परमाणु हमले की धमकी देने लगा है। इस धमकी के बाद से अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई बड़े देशों ने इस महायुद्ध के खिलाफ रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस के पास टाइगर टीम के रूप में जानी जाने वाली एक विशेष टीम है, जिसे यह पता लगाने का काम सौंपा गया है कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में रासायनिक, जैविक या परमाणु हथियारों का उपयोग करने का फैसला करते हैं, तो संयुक्त राज्य अमेरिका को कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, टाइगर टीम, अमेरिका का एक आपातकालीन कार्य बल है जिसका गठन पुतिन द्वारा विशेष सैन्य अभियान को अधिकृत करने के चार दिन बाद यानी 28 फरवरी को किया गया था। यूक्रेन महासंकट पर नजर रखने और उससे निपटने पर चर्चा करने के लिए टीम के सदस्य सप्ताह में तीन बार बैठक कर रहे हैं।
सत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि टीम प्रतिक्रियाओं को भी देख रही है कि क्या रूस मोल्दोवा और जॉर्जिया सहित पड़ोसी देशों में युद्ध का विस्तार करना चाहता है। अमेरिका की पूरी वॉर स्ट्रेटजी टीम टाइगर ही देखती है। इस टीम में कई बड़े एक्सपर्ट हैं, जो अपने अपने फील्ड के जीनियस हैं। युद्ध की रणनीति बनाने में माहिर हैं।
परमाणु हमले से लेकर केमिकल और जैविक हथियार युद्ध से निपटने में यह टीम माहिर है। यह टीम ताबिलानी और आईएसआईएस जैसे बड़े खतरनाक आतंकवादी संगठन के खात्मे के लिए आधुनिक हथियारों के निर्माण पर काम करती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन पर रूस के युद्ध का विरोध करने के लिए एक वैश्विक रैली का आह्वान किया है, जिसमें दुनिया के नागरिकों से सार्वजनिक रूप से युद्ध के खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया गया है।
जेलेंस्की ने कहा कि मैं आपसे युद्ध के खिलाफ खड़े होने की अपील करता हूं। यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन को दिखाओ। अपने कार्यालयों, अपने घरों, अपने स्कूलों और विश्वविद्यालयों से लोग आगे आएं। शांति के नाम पर आएं। यूक्रेन का समर्थन करने के लिए, स्वतंत्रता का समर्थन करने के लिए, जीवन का समर्थन करने के लिए यूक्रेनी प्रतीकों के साथ इस रैली में शामिल हों।
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