वॉशिंगटन। चीन के पड़ोसी देशों के साथ आक्रामक रवैये को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम भारत समेत पड़ोसियों को चीन द्वारा डराने और धमकाने की कोशिशों से चिंतित है। व्हाइट हाउस प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, वाशिंगटन का मानना है कि चीन का व्यवहार क्षेत्र और दुनिया में अस्थिरता पैदा कर सकता है, इसलिए अमेरिका हमेशा अपने सहयोगियों के साथ खड़ा रहेगा।
व्हाइट हाउस की यह टिप्पणी भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में 20 माह से जारी सैन्य स्तर की 14वें स्तर की वार्ता से ठीक पहले आई है। साकी ने कहा, भारत-चीन सीमा को लेकर अमेरिका हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है। उन्होंने कहा, हम बातचीत और सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करना जारी रखेंगे। हम इस बात को लेकर स्पष्ट रहे हैं कि हम क्षेत्र में चीनी बर्ताव को किस प्रकार देखते हैं।
हमारा मानना है कि यह अस्थिर करने वाला हो सकता है और हम इस मामले पर अपने साझेदारों के साथ खड़े रहेंगे। साकी ने कहा, जैसा कि आप जानते हैं, गत सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस में मेजबानी की थी। उनका मकसद दोनों देशों के रिश्तों में एक नया अध्याय शुरू करना था। उस समय दोनों नेताओं ने साझा दृष्टिकोण रखते हुए मिलकर काम का संकल्प लिया था।
2022 में कई पहलुओं पर साथ आगे बढ़ेंगे भारत-अमेरिका
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव और प्रवक्ता जेन साकी ने कहा- भारत-अमेरिका को कोविड-19 महामारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन, चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद (क्वाड) और नई एवं उभरती प्रौद्योगिकियों समेत व्यापक पहलों पर साथ आगे बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने 2022 में दोनों देशों के रिश्तों के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, आप उम्मीद कर सकते हैं कि हमारी सरकारें उक्त मामलों समेत व्यापार-निवेश में सहयोग बढ़ाने, साइबर और नई एवं उभरती प्रौद्योगिकी तक व्यापक पहलों में आगे बढ़ेंगीं। साकी ने कहा, हम हमेशा की तरह वार्ता जारी रखेंगे और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
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