डेस्क: इजरायल (Israel) पर हमास (Hamas) के हमले से पहले ही अमेरिकी खुफिया (American intelligence) सूत्रों ने चेतावनी दी थी. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग को इजरायल और हमास के बीच शुरू होने वाले संघर्ष के बारे में पहले से पता था. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर के अंत और अक्टूबर की शुरुआत में अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों ने सीमा पार रॉकेट हमलों (cross border rocket attacks) सहित हमास की हिंसा के बढ़ते खतरे की चेतावनी दी थी. हमले से एक दिन पहले, अमेरिकी अधिकारियों (US officials) ने इजरायल से असामान्य हमास गतिविधि का संकेत देने वाली रिपोर्ट साझा की थी. हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि हमास इतने क्रूर तरीके से हमले को अंजाम देगा.
इजरायली अधिकारियों को मिली थी चेतावनी
अमेरिकी खुफिया विभाग ने कहा था कि हमास सीमा पार रॉकेट हमलों को बढ़ाने की तैयारी कर रहा था. इसके साथ ही, अरब देशों सहित मध्य पूर्वी सहयोगियों ने बार-बार अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि फलस्तीनी गुस्सा खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. सीआईए निदेशक बिल बर्न्स ने भी पिछले दिनों इजरायली और फलस्तीनियों के बीच बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की थी. लेकिन हमास के हमले के बाद अमेरिका और इजरायल के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने हमास के खतरे को कम आंका था. इसके साथ ही कुछ अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इजरायल की रक्षा नीतियों पर कुछ ज्यादा ही भरोसा था.
हमास की तरफ से छोटे हमले का था अनुमान
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अधिकांश अमेरिकी खुफिया अधिकारियों को उम्मीद थी कि हमास की तरफ से छोटे हमले हो सकते हैं, जिसमें संभावना थी कि शायद कुछ रॉकेट दागे जाएंगे, जिन्हें इस्राइल का आयरन डोम रोक देगा. गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को अचानक इजरायल पर हमला बोल दिया और 20 मिनट के अंदर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे, जिसमें अब तक 13 00 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही हजारों लोग घायल हैं. हमास के हमले के बाद अब इजरायल गाजा पट्टी में घुसकर जवाबी कार्रवाई कर रहा है.
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