नई दिल्ली। अमेरिका के एक शीर्ष व्यापार पैरोकारी समूह ने कहा है कि यदि वाशिंगटन छात्रों की मुक्त आवाजाही के लिए वीजा और प्रवेश प्रतिबंध जैसी बाधाओं को खत्म कर दे, तो दोनों देशों के बीच शिक्षा सेवाओं के द्विपक्षीय व्यापार में भारी तेजी आ सकती है।
अमेरिका भारत रणनीतिक एवं साझेदारी मंच ने कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय शिक्षा’ आदान-प्रदान पर 2020 मुक्त द्वार रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 के शैक्षणिक वर्ष के दौरान भारत, अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत था।
इस दौरान भारतीय छात्रों की संख्या में चार प्रतिशत की गिरावट हुई, लेकिन 193,124 छात्रों के साथ अमेरिका में उच्च शिक्षा पा रहे अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारत की 18 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मुक्त द्वार रिपोर्ट को हाल में अमेरिकी गृह मंत्रालय के शिक्षा एवं संस्कृति मामलों और अंतरराष्ट्रीय शिक्षा संस्थान के ब्यूरो ने जारी किया था।
यूएसआईएसपीएफ ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के लिहाज से उच्च शिक्षा खंड में अपार संभावनाएं हैं और जो दोनों देशों की आर्थिक वृद्धि के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
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