बीजिंग। ताइवान मुद्दे पर अमेरिका और चीन एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। इस बार तो चीन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए अमेरिका को चेतावनी भी दे दी है कि वह अपने हितों की रक्षा करने में कोई रियायत नहीं रखेगा। चीन ने कहा है कि अमेरिका ताइवान को लेकर गलत संदेश प्रसारित न करे, इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
दरअसल, हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो हम ताइवान की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके इस बयान का ताइवान में काफी स्वागत किया गया था। इसके बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से कहा है कि ताइवान मुद्दे पर समझौते की कोई जगह नहीं है। अमेरिका गलत संदेश भेजना बंद कर दे। वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीन अपने हितों की रक्षा करने के लिए किसी के साथ कोई रियायत नहीं करेगा।
200 लड़ाकू विमान घुसने के बाद बढ़ी थी तनातनी
अक्तूबर में ही चीन ने ताइवान के वायु क्षेत्र में बड़ी घुसपैठ की थी। चीन के करीब 200 से ज्यादा लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा में घुस गए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी जैसा माहौल है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है, यहां तक कि चीन ने यह भी कह दिया था कि वह ताइवान का चीन में एकीकरण किसी भी कीमत पर करके रहेगा। चीन की इस कार्रवाई के बाद अमेरिका की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने ताइवान का खुल के समर्थन किया है।
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