वाशिंगटन (Washington) । अमेरिका (America) में इस साल आम चुनाव होने वाले हैं। वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) मुख्य रूप से राष्ट्रपति पद के लिए एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं। इस बीच, ट्रंप ने सोमवार को एक लिंक के साथ ईमेल और टेक्स्ट के जरिए समर्थकों से कहा कि वे चुनाव अभियान से खुद को अलग कर रहा हूं। यह मैसेज देख समर्थक दुखी हो गए।
इस संदेश से समर्थकों को मिला सुकून
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप समर्थकों ने जैसे ही मैसेज के साथ आए लिंक को खोला तो वे हैरान रह गए। क्योंकि लिंक करते ही समर्थक एक ऐसे वेबसाइट पर पहुंच गए, जो ट्रंप के चुनावी अभियान में ट्रंप के लिए दान करने का माध्यम था। हालांकि, इस दान वेबसाइट पर लिखे संदेश से समर्थकों को सुकून मिला। संदेश में लिखा था- आप लोगों को क्या लगा, मैं सचमुच अपना अभियान स्थगित कर दूंगा। अप्रैल फूल दिवस की शुभकामनाएं।
बाइडन की टीम ने ली चुटकी
ट्रंप के इस संदेश पर बाइडन की टीम ने चुटकी ली। बाइडन के चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रहे अम्मार मौसा ने कहा कि ट्रंप ने पिछले 16 दिनों से प्रचार नहीं किया है। इसलिए ऐसा हो भी सकता है कि वे चुनाव अभियान से पीछे हट जाएं। स्पष्ट कर दें कि ट्रंप की चुनाव न लड़ने की घोषणा सिर्फ एक मजाक था और दान को बढ़ाने का एक जरिया मात्र था। ट्रंप अभी भी चुनाव अभियान से जुड़े हुए हैं और वे बाइडन को टक्कर देंगे।
ये मुद्दे तय करेंगे चुनाव के नतीजे
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो मुद्दे अहम रहने वाले में हैं, उनमें अर्थव्यवस्था, अवैध प्रवासी, विदेश नीति, जलवायु परिवर्तन और लोकतंत्र प्रमुख हैं। खासकर डोनाल्ड ट्रंप का जोर अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर रहेगा। हाल ही में ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर का दौरा भी किया था, जहां से बड़ी संख्या में अमेरिका में अवैध प्रवासी प्रवेश करते हैं। ट्रंप कई बार अपनी जनसभाओं में बाइडन सरकार को अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर घेर चुके हैं। बाइडन के कार्यकाल में अमेरिका कोविड संकट से बाहर आया। बेरोजगारी दर कम है और स्टॉक भी उच्च स्तर पर हैं। हालांकि अहम बात ये है कि क्या अमेरिका के लोग मानते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है। सर्वे से तो पता लगता है कि अर्थव्यवस्था के मामले में अमेरिकी लोग ट्रंप के कार्यकाल को ज्यादा महत्व दे रहे हैं।
इस्राइल हमास युद्ध, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बाइडन सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। साथ ही अफगानिस्तान से जिस तरह से अमेरिकी सेना निकली, ये कुछ विदेश नीति के मुद्दे हैं, जिन पर ट्रंप, बाइडन सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे। अमेरिकी चुनाव में जलवायु परिवर्तन भी बड़ा मुद्दा है, लेकिन यहां बाइडन, ट्रंप पर भारी पड़ते नजर आते हैं क्योंकि ट्रंप तो जलवायु परिवर्तन को मानते ही नहीं हैं। पिछले राष्ट्रपति चुनाव के बाद जिस तरह से यूएस कांग्रेस में दंगा हुआ, उससे कई अमेरिकी नाराज हैं। ऐसे में अमेरिका में लोकतंत्र भी ऐसा मुद्दा है, जो आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अहम रहने वाला है।
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