नई दिल्ली। भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडुला की हत्या के लिए संवेदनशीलता, सम्मान और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के लिए जेल की मांग करते हुए दक्षिण एशियाई समुदाय के 100 से अधिक सदस्यों ने उस स्थान पर रैली निकाली, जहां तेज गति से आ रही पुलिस गश्ती कार ने उसे टक्कर मार दी थी जिससे उनकी मौत हो गई थी। 23 वर्षीय कंडुला को 23 जनवरी को अधिकारी केविन डेव की ओर से चलाए जा रहे एक पुलिस वाहन ने टक्कर मार दी थी, जब वह एक सड़क पार कर रही थी। पुलिस वाहन ड्रग ओवरडोज कॉल की रिपोर्ट के बाद रास्ते में 74 मील प्रति घंटे (119 किमी प्रति घंटे से अधिक) गति से चल रहा था।
सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी बॉडीकैम फुटेज में, अधिकारी डैनियल ऑडरर ने घातक दुर्घटना के बारे में हंसते हुए टिप्पणी की थी। इस मामले में उनकी गलती थी या नहीं इसकी जांच की जाएगी। सिएटल क्षेत्र के दक्षिण एशियाई समुदाय के 100 से अधिक सदस्य शनिवार को डेनी पार्क में एकत्र हुए और उस चौराहे पर पहुंचे जहां कंडुला को मारा गया था। उनके हाथों में पोस्टर थे, जिन पर लिखा था, ‘जाह्नवी का सिएटल पुलिस विभाग से ज्यादा महत्व था’ और जाह्नवी को न्याय मिले, किलर पुलिसकर्मी को जेल हो। रैली को उत्सव की ओर से आयोजित किया गया था। बोथेल में स्थित एक संगठन जो दक्षिण एशियाई लोगों को उनके समुदायों से जोड़ने में मदद करता है।
डी-बेलेव्यू की प्रतिनिधि वंदना स्लेटर ने भीड़ से कहा, “हम भारतीय समुदाय के लोग एक मोनोलिथ नहीं हैं। समुदाय में प्रवासी हैं, लेकिन हम सभी आज एकजुट हैं।” बता दें कि दुर्घटना के वीडियो में अधिकारी की टिप्पणियों पर अंतरराष्ट्रीय आक्रोश पैदा हो गया है। शनिवार को, रैली में भाग लेने वालों ने बताया कि कंडुला का जीवन मूल्यवान था। अपने तीन साल के बेटे को लेकर आईं शिफाली जामवाल ने कहा कि कंडुला स्नातकोत्तर की छात्रा थी और अपने बेहतर भविष्य के लिए अमेरिका आई थी। जामवाल ने कहा, मैं केवल कल्पना कर सकती हूं कि जाह्नवी की मां पर क्या बीत रही होगी।”
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