डेस्क: चीन के ‘पॉकेट अटैक’ से अमेरिका की घबराहट बढ़ने लगी है, हालात ऐसे हैं कि फेडरल एजेंसी को अब अपने ही लोगों पर पाबंदी लगानी पड़ रही है. दरअसल अमेरिका की एक केंद्रीय एजेंसी ने अपने कर्मचारियों को आधिकारिक काम के लिए फोन का इस्तेमाल कम करने का निर्देश जारी किया है. मामले से जुड़े लोगों का कहना है ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि चीन ने हाल ही में अमेरिकी टेली-कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया है.
कर्मचारियों को गुरुवार को भेजे गए एक ईमेल में, उपभोक्ता वित्तीय सुरक्षा ब्यूरो (CFPB) के मुख्य सूचना अधिकारी (CIO) ने चेतावनी दी कि आंतरिक और बाहरी काम से जुड़ी मीटिंग और बातचीत जिसमें गैर-सार्वजनिक डाटा शामिल है, केवल Microsoft Teams और Cisco WebEx जैसे प्लेटफॉर्म पर की जानी चाहिए न कि मोबाइल फोन पर.
अमेरिकी टेली-कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर पर चीन के साइबर अटैक को स्वीकार करने वाले हाल के सरकारी बयान का जिक्र करते हुए ईमेल में कहा गया है कि ‘मोबाइल वॉयस कॉल या टेक्स्ट मैसेज का उपयोग करके CFPB का काम न करें, हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि CFPB को इस हैक के जरिए टारगेट किया गया है. लेकिन मैं आपसे इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहता हूं जिससे हम इस जोखिम को कम कर सकें.’ इस ईमेल को CFPB के सभी कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स को भेजा गया था.
यह अलर्ट हैक के पैमाने और दायरे के बारे में सरकार की चिंताओं को जाहिर करता है, जिसे जांचकर्ता अभी भी पूरी तरह से समझने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों का मानना है कि इस हैकिंग के लिए चीन का ‘साल्ट टाइफून’ नाम का एक समूह जिम्मेदार है. रिपोर्टों के अनुसार, चीन के इस साइबर जासूस समूह ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े कई उम्मीदवारों की इंटरनेट प्रोफाइल पर अटैक किया. आरोप है कि हैकर्स ने डोनाल्ड ट्रंप, कमला हैरिस समेत कई लोगों के फोन ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया और कॉल डिटेल्स का डाटा भी हासिल कर लिया है.
हालांकि यह साफ नहीं है कि इस मामले को लेकर दूसरी संघीय एजेंसियों ने कोई उपाय किए हैं या करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन एक पूर्व अधिकारी के अनुसार, कई अमेरिकी अधिकारियों ने इस हैकिंग के कारण पहले ही अपने फोन का इस्तेमाल कम कर दिया है. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार एक पूर्व अधिकारी का कहना है कि, ‘मुझे अपने फोन का उपयोग करने में आम तौर पर संकोच होता है.’
अमेरिकी एजेंसियां और कई कंपनियां अक्सर कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा टिप्स और रिमाइंडर भेजती हैं. लेकिन किसी सरकारी एजेंसी के लिए खास खतरे के जवाब में फोन का इस्तेमाल करने से बचने का निर्देश असमान्य है. सरकारी एजेंसी का यह निर्देश Verizon और AT&T सहित दूरसंचार कंपनियों को टारगेट करने की गंभीरता के बारे में जांचकर्ताओं की चिंता के स्तर को दर्शाता है.
अलर्ट में यह भी कहा गया है कि कर्मचारियों को सेलफोन पर कॉल नहीं करनी चाहिए, भले ही वे Microsoft Teams जैसे किसी अन्य संचार प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हों. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी जांचकर्ताओं का मानना है कि चीनी खुफिया एजेंसी से जुड़े हैकर्स इस तरह की सेंध के लिए जिम्मेदार हैं और उन्होंने राजनीतिक हस्तियों के अलावा अमेरिकी सरकार में कम से कम कई दर्जन वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा और नीति अधिकारियों को निशाना बनाया है. हैकर्स के पास मौजूद एक्सेस से वह संभावित तौर पर हज़ारों अमेरिकियों और अन्य लोगों के कॉल लॉग, अनएन्क्रिप्टेड टेक्स्ट और कुछ ऑडियो जुटाने में सक्षम हैं जिनके साथ टारगेट किए गए लोगों ने बातचीत की थी.
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