नई दिल्ली । रूस, चीन और उत्तर कोरिया समेत वो सभी देश जो अमेरिका (America) से दुश्मनी रखते हैं, उन्हें वो अपनी ताकत दिखाने जा रहा है. 6 से 10 नवंबर के बीच अमेरिका अपने सबसे खतरनाक परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल मिनटमैन-3 (Nuclear ballistic missile Minuteman-3) का परीक्षण (Testing) करने जा रहा है. ये मिसाइल 28 हजार km/hr से ज्यादा गति से दुश्मन की तरफ बढ़ती है.
हाल ही में उत्तर कोरिया, रूस और चीन तीनों ने अपनी-अपनी मिसाइलों का परीक्षण किया है. अमेरिका की तरफ से किसी तरह का जवाब नहीं आ रहा था. अब अमेरिका इस मिसाइल की टेस्टिंग करके इन तीनों देशों को अपनी ताकत दिखाना चाहता है. इस समय रूस का यूक्रेन के साथ, इजरायल का ईरान और उसके आतंकी समूहों के साथ युद्ध चल रहा है. उत्तर कोरिया लगातार दक्षिण कोरिया को धमकी देता रहता है.
चीन की तरफ से ताइवान के आसपास मिलिट्री ड्रिल हो रहा है. ऐसे में अमेरिका का यह मिसाइल परीक्षण इन सभी देशों के लिए चुनौती है. परीक्षण कैलिफोर्निया के वांडेनबर्ग एयरफोर्स बेस से किया जाएगा. मिनटमैन-3 (Minuteman III ICBM) अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल न्यूक्लियर हमला करने में सक्षम है.
दो साल पहले दो परीक्षण किए गए थे
इससे पहले अमेरिका ने इस मिसाइल का परीक्षण 16 अगस्त 2022 और 7 सितंबर 2022 को किया था. इसकी लॉन्चिंग एयरफोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड करेगी. परीक्षण के दौरान इसमें किसी तरह का हथियार नहीं लगाया जाएगा.
रेंज 10 हजार km, स्पीड 28,200 km/hr
रूस और चीन इस परीक्षण से जरूर चिंतित होंगे. इस मिसाइल 10 हजार किलोमीटर है. यह अधिकतम 1100 km की ऊंचाई तक जा सकती है. यानी अंतरिक्ष में भी किसी भी सैटेलाइट को ध्वस्त कर सकती है. मिसाइल की स्पीड ही इसे सबसे ज्यादा खतरनाक बनाती है. यह 28,200 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलती है.
एकसाथ कई टारगेट्स पर हमला करने लायक
इसे लॉन्च करने के लिए जमीन में बने साइलो (Silo) का उपयोग करना पड़ता है. यह मिसाइल आकार में भी विशालकाय है. यह करीब 60 फीट लंबी है. इसका व्यास 5.6 फीट का है. तीन स्टेज के सॉलिड फ्यूल रॉकेट इंजन से उड़ती है ये मिसाइल. यह एकसाथ एक या उससे ज्यादा टारगेट्स पर हिट कर सकती है.
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