बेरूत (beirut) । इजरायल और हमास (Israel and Hamas) के बीच जारी जंग ने अब अमेरिका (America) को भी जद में ले लिया है। मंगलवार को गाजा पट्टी (Gaza Strip) के एक अस्पताल पर मिसाइल अटैक हुआ था, जिसमें 500 लोगों के मरने की खबर है। इजरायल का कहना है कि यह हमला हमास या फिर फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने किया है। वहीं अरब देश इस हमले का आरोप इजरायल पर लगा रहे हैं। यही नहीं अमेरिका पर भी लोग भड़क गए हैं और लेबनान में तो उसके दूतावास को ही हजारों प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया। इन लोगों ने अमेरिकी दूतावास को आग के हवाले कर दिया। हालांकि सेना ने आंसू गैस के गोले दागकर लोगों को पीछे हटाया और फिर किसी तरह आग पर काबू पाया।
इस घटना के बाद लेबनान में स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर हजारों की भीड़ जुट गई। इन लोगों के हाथों में फिलिस्तीन के झंडे थे और अमेरिका-इजरायल के खिलाफ लोग नारे लगा रहे थे। इसी बीच भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने दूतावास को ही आग के हवाले कर दिया। यही नहीं कुछ लोगों ने तो दूतावास से अमेरिकी झंडे को भी हटाने की कोशिश की और फिलिस्तीन का फ्लैग लगाने लगे। इस बीच लेबनान में सक्रिय उग्रवादी संगठन हिजबुल्लाह ने भी एक दिन के बंद का ऐलान किया है।
फिलहाल यह जानकारी नहीं सामने आई है कि इस हमले में अमेरिकी दूतावास के किसी कर्मचारी को नुकसान पहुंचा है या नहीं। इस बीच अमेरिका ने अलर्ट जारी कर अपने नागरिकों से अपील की है कि वे लेबनान का दौरा करने से बचें। यही नहीं अमेरिका ने दूतावास से अपने कर्मचारियों को भी वापस बुला लिया है। गौरतलब है कि अस्पताल पर हुए हमले में 500 निर्दोष लोगों के मारे जाने से पूरी दुनिया हैरान है। युद्ध में इस तरह का हमला वॉर क्राइम के दायरे में आता है। इसके अलावा हमले की जिम्मेदारी को लेकर हमास और इजरायल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
अस्पताल पर हमले ने पटरी से उतार दी शांति की प्रक्रिया
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से इस मामले के हल के लिए शांति वार्ता भी इस अटैक के बाद पटरी से उतर गई है। जो बाइडेन आज ही इजरायल पहुंचने वाले हैं। उनका अरब देशों के साथ भी समिट का प्लान था, लेकिन अस्पताल पर अटैक के बाद वह रद्द हो गई है। गौरतलब है कि इजरायल गाजा पर जमीनी हमले की भी तैयारी कर रहा है। इसके लिए उसके 3 लाख से ज्यादा सैनिक तैनात हैं और उन्हें अलर्ट मोड पर रखा गया है।
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