वॉशिंगटन । रूस (Russia) को चारों तरफ से घेरने के प्रयासों में हर रोज तेजी आ रही है. यूक्रेन (Ukraine) हमले के बाद से रूस (Russia) पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं, बावजूद इसके रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करना जारी रखा हुआ है . इस बीच अमेरिका (United States) ने अब यूक्रेन में युद्ध अपराधों की जवाबी कार्रवाई के तहत रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इसके तहत अमेरिका (America) ने रूसी बैंकों पर जुर्माना बढ़ाए जाने और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो बेटियों को निशाना बनाते हुए पाबंदियां लगाए जाने का ऐलान किया.
अमेरिका के इस कदम के तहत स्बरबैंक (Sberbank) और अल्फा बैंक (Alfabank) को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से दूर करने के साथ ही अमेरिकी नागरिकों को इन संस्थानों के साथ व्यापार करने से रोका गया है. व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा है कि अमेरिका, जी7 और यूरोपीय संघ ने बूचा नरसंहार की कीमत रूस पर नए प्रतिबंधों के रूप में लगाई है. इन प्रतिबंधों में रूस के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान, स्बरबैंक और रूस के सबसे बड़े निजी बैंक अल्फा बैंक शामिल हैं. इसके साथ ही रूस में नए निवेश पर भी रोक लगाई गई है.
इसके अलावा, अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में पुतिन की बेटियों मारिया पुतिन व कैटरीना तिखोनोवा और प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की पत्नी और बच्चों के अलावा रूस की सुरक्षा परिषद के सदस्यों और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव को भी रखा गया है. अमेरिका ने पुतिन परिवार के सभी करीबी सदस्यों को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से दूर कर दिया है और इनकी अमेरिका स्थित सभी संपत्तियों को फ्रीज किया गया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का मानना है कि पुतिन और उनके सहयोगी परिवार के सदस्यों के साथ धन छिपाते हैं. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पत्रकारों के लिए एक ब्रीफिंग में यह बात कही.
गौरतलब है कि बीते सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने का आह्वान किया था और कहा था कि रूस पर वो और प्रतिबंध चाहते हैं. दरअसल, बूचा नरसंहार को लेकर बाइडेन ने पुतिन को ‘युद्ध अपराधी’ बताया था. बाइडेन ने कहा था, ‘हम यूक्रेन को हथियार देना जारी रखेंगे. हम इसकी (बूचा कांड) विस्तृत जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं ताकि यह देखा जाए कि वास्तव में युद्ध अपराध का मुकदमा चलाया जा सकता है या नहीं.’ बाइडेन ने यह टिप्पणी यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की के बूचा का दौरा करने के बाद की थी.
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