वाशिंगटन । अमेरिका (America) ने ईरान (Iran) पर दबाव बनाने के लिए उसके कुछ और प्रमुख सेक्टरों पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया है। इसमें ईरान का पेट्रोलियम मंत्रालय भी शामिल है। अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (Islamic Revolutionary Guard Corps) की खुफिया इकाई कूद्स फोर्स को समर्थन जारी रखने के लिए उसके तेल क्षेत्र से जुड़ी कई इकाइयों पर प्रतिबंध लगाए हैं।
पेट्रोलियम मंत्री, राष्ट्रीय ईरानी तेल कंपनी और राष्ट्रीय ईरानी टैंकर कंपनी को भी काली सूची में डाल दिया है। इसके अलावा कुछ लोगों को भी काली सूची में डाला गया है, जिसमें ईरान सरकार के चार लोग भी शामिल हैं, जिन पर वेनेजुएला को गैसोलिन बेचने का आरोप है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध बहाल करने के साथ ही कई नए प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मैं ईरान के परमाणु, बैलिस्टिक मिसाइल और अन्य हथियार कार्यक्रम को प्रतिबंधित करने के लिए नए कदम उठाने जा रहा हूं. मेरी सरकार ईरान को कभी परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं देगी. ना तो हम ईरान को बैलिस्टिक मिसाइलों के ताजा निर्माण के साथ दुनिया को खतरे में डालने की इजाजत देंगे.”
ट्रंप ने एक बयान में कहा, “मेरे कार्यों से ईरानी शासन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लोगों को एक स्पष्ट संदेश जाता है जो ईरान के लिए खड़े होने से इनकार करते हैं।” अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पिओ ने एक बयान में कहा, “ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध अब अनिश्चित काल के लिए फिर से लागू किए गए हैं, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह तब तक बना रहे जब तक कि ईरान अपना व्यवहार नहीं बदल लेता।”
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