नई दिल्ली। साल 2008 में हुए मुंबई हमले की साजिश (The conspiracy of the 2008 Mumbai attack) में शामिल पाकिस्तानी मूल (Pakistani origin) के तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को भारत(India) लाए जाने की संभावना बढ़ गई है. अमेरिका (America) की एक अदालत में पाक मूल (Pakistani origin) के इस कनाडाई कारोबारी के प्रत्यर्पण को लेकर जो बाइडेन प्रशासन (Joe Biden Administration) ने भारत का समर्थन (India’s support) किया है. इस संबंध में अदालत में ताजा अभिवेदन दायर किया गया था. भारत के प्रत्यर्पण संबंधी अनुरोध को लेकर बाइडेन प्रशासन ने अपने समर्थन को दोहराया है.
बहरहाल, मुंबई हमले में छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे. ताजा अभिवेदन में बाइडेन प्रशासन की तरफ से समर्थन दोहराये जाने से तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना बढ़ गई है. भारत काफी समय से इस कोशिश में लगा हुआ है. अमेरिकी सरकार के सहायक अटॉर्नी जॉन जे लुलेजियान ने इस मामले में लॉस एंजिलिस में अमेरिका डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की जज जैकलीन चुलजियान को सोमवार को पत्र के माध्यम से जानकारी दी. एक समाचार एजेंसी के मुताबिक जज ने फिलहाल इस मामले की सुनवाई के लिए 24 जून की तारीख तय की है. लुलेजियान ने पत्र और उसके साथ सौंपे दस्तावेज में प्रत्यर्पण के प्रमाणन संबंधी अनुरोध के पक्ष में अमेरिका के जवाब के समर्थन में घोषणा की. लुलेजियान ने दोहराया कि 59 वर्षीय राणा का भारत में प्रत्यर्पण, भारत और अमेरिका के बीच हुई प्रत्यर्पण संधि के अनुरूप है. भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के मुताबिक, भारत सरकार ने तहव्वुर राणा के औपचारिक प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है और अमेरिका ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अमेरिका सरकार ने दलील दी है कि भारत प्रत्यर्पण के लिए तहव्वुर राणा सभी मापदंडों को पूरा करता है. लुलेजियान ने कहा कि अमेरिका तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए प्रमाणन का अनुरोध करता है. उन्होंने कहा कि प्रत्यर्पण अनुरोध में संभावित कारण स्थापित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं और तहव्वुर राणा ने भारत के अनुरोध के खिलाफ कोई सबूत नहीं दिया है. तहव्वुर राणा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का बचपन का दोस्त है. भारत के अनुरोध पर तहव्वुर राणा को मुंबई आतंकवादी हमले में संलिप्तता के आरोप में लॉस एंजिलिस में 10 जून को फिर से गिरफ्तार किया गया था. इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत 166 लोग मारे गए थे. भारत ने उसे भगोड़ा घोषित किया है. पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक हेडली 2008 के मुंबई हमलों की साजिश रचने में शामिल था. वह मामले में गवाह बन गया था और अभी वह हमले में अपनी भूमिका के लिए अमेरिका में 35 साल जेल की सजा काट रहा है.