डेस्क: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच लंबे समय से संघर्ष जारी है, लेकिन अब इस युद्ध (War) में एक नया मोड़ आया है. अमेरिका (America) ने यूक्रेन को रूस के अंदर विभिन्न सैन्य लक्ष्यों (Military Goals) पर अमेरिकी लंबी दूरी की मिसाइलों (Missiles) के उपयोग की अनुमति दे दी है. वहीं, दूसरी ओर चीन ने सोमवार (18 नवंबर) को रूस-यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी अपील को दोहराया है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने रेगुलर ब्रीफिंग के दौरान कहा, “प्रारंभिक युद्धविराम और एक राजनीतिक समाधान सभी के हित में हैं.” उन्होंने आगे कहा, “इस समय सबसे जरूरी बात यह है कि इस स्थिति को जल्द से जल्द शांत किया जाए।”
रूस और यूक्रेन के जारी युद्ध में चीन अपने आप को एक न्यूट्रल पार्टी के रूप में प्रस्तुत करता है और कहता है कि वह न तो किसी पक्ष को घातक हथियारों की मदद भेज रहा है और न पश्चिमी देशों और अमेरिका की तरह सैन्य मदद कर रहा है। हालांकि, चीन रूस का एक बेहद करीबी राजनीतिक और आर्थिक साथी बना हुआ है और नाटो देशों ने बीजिंग को युद्ध का “निर्णायक समर्थक” बताया है, जिसकी कोई निंदा नहीं कर सकता.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार (18 नवंबर) को कहा कि चीन ने हमेशा संकट के दौरान शांतिपूर्ण समाधान के लिए सभी उपायों का समर्थन किया है. इस यूक्रेन संकट के दौरान बीजिंग अपने तरीके से राजनीतिक समाधान में अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
लिन ने उन रिपोर्ट्स का भी खंडन किया, जिसमें कहा गया कि यूरोपीय संघ के अधिकारियों को सबूत मिले हैं कि युद्ध में इस्तेमाल हो रहे रूसी ड्रोन चीन में बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चीन ने कभी भी युद्ध के दौरान किसी देश को घातक हथियार नहीं दिए हैं और शुरुआत से ही सेना और डुअल ड्रोन को कानून और नियमों के अनुसार कंट्रोल किया है।”
उन्होंने चीन पर लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा, ‘यह उम्मीद की जाती है कि संबंधित देश और कोई व्यक्ति बिना किसी तथ्य और सबूत के चीन पर खिलाफ कोई भी अंदाजा न लगाएं.’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved