नई दिल्ली. मिडिल ईस्ट (middle east) में तनाव इस समय चरम पर है. इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच इस जंग को लेकर अमेरिका (America) की बाइडेन सरकार (biden government) ने इजरायल को चेतावनी दी है. अमेरिकी सरकार ने इजरायल को 30 दिनों का अल्टीमेटम (ultimatum) दिया है.
अमेरिका का कहना है कि इजरायल को 30 दिनों के भीतर गाजा में मानवीय मदद बढ़ानी होगी, ऐसा नहीं करने पर इजरायल के लिए अमेरिकी हथियारों की फंडिंग रोकी जा सकती है.
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजरायली समकक्षों को लिखी चिट्ठी में चेताते हुए कहा है कि ये बदलाव किसी भी कीमत पर होने चाहिए. चिट्ठी में मानवीय मदद बढ़ाने और हथियार मुहैया कराने की अमेरिकी नीति का हवाला दिया गया है.
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ब्लिंकन और ऑस्टिन ने अपने इजरायल समकक्षों को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने गाजा में लगातार कम हो रही मानवीय मदद का हवाला दिया है. ब्लिंकन ने इसी तरह का एक पत्र अप्रैल में भी इजरायल को भेजा था.
एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि इस नई चिट्ठी में भी गाजा में मानवीय मदद नहीं पहुंचाने को लेकर चिंता जताई है.
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को एक साल हो चुका है जो अब कई मोर्चों पर लड़ा जा रहा है. एक तरफ इजरायल हमास पर एक्शन ले रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ईरान समर्थित लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ भी उसका अभियान जारी है. ईरान भी इजरायल पर मिसाइल अटैक कर चुका है.
इजरायल ने एक अक्टूबर को हिज्बुल्लाह के खिलाफ दक्षिणी लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया था. इस जंग के दौरान दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हवाई और रॉकेट हमले भी कर रहे हैं. इजरायली हवाई हमलों में लेबनान में मरने वालों की संख्या 2,000 से अधिक हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद हिज्बुल्लाह के लड़ाके इजरायली सैनिकों के साथ लेबनान में टकरा रहे हैं
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