वॉशिंगटन। अमेरिकी सेना की Joint Special Operations Command ने इस्लामिक स्टेट के प्रमुख (Islamic State Chief) अबू इब्राहिम अल हाशमी अल कुरैशी (Abu Ibrahim Al Hashmi Al Qureshi) का भी काम तमाम कर दिया. जिसे IS के आतंकवादियों ने अबू बक्र अल बगदादी(Abu Bakr Al Baghdadi) की मौत के बाद उसका उत्तराधिकारी चुना था. बगदादी की मौत के बाद अबू इब्राहिम (Abu Ibrahim) दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी था, जिसके मरने की खुशखबरी सुनाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) खुद मीडिया के सामने आए.
बगदादी के मारे जाने के बाद पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा आतंकवादी अबू इब्राहिम था. अबू इब्राहिम इराक में पैदा (Abu Ibrahim born in Iraq) हुआ था और वो इतना क्रूर था कि उसे आतंक का प्रोफेसर कहा जाता था. बगदादी के दौर में बेरहमी से लोगों को मारने के विडियो बनाने और उसे प्रसारित करने का आइडिया भी अबू इब्राहिम का ही था. उसके सिर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम(10 million US dollar reward) था और इतने खूंखार आतंकी को मारने के अभियान में थोड़ी सी चूक भी अमेरिकी सैनिकों (american soldiers) पर भारी पड़ सकती थी. इसलिए अमेरिका के राष्ट्रपति ने लगभग ढाई महीने तक इस मिशन की Planning की.
कई बार रिहर्सल करके अमेरिकी कमांडो ने Operation की रणनीति बनाई, जिन्होंने वॉशिंगटन डीसी से लगभग 9 हजार किलोमीटर दूर सीरिया के एक छोटे से शहर में छिपा आतंकी पर आधी रात के बाद हमला बोला था. इस बार भी अमेरिकी कमांडो का तरीका वही था, जिसे वो पाकिस्तान में ISI के Safe House में छिपे ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए आजमा चुके थे. ओसामा बिन लादेन का जैसा अड्डा पाकिस्तान के ऐबटाबाद में था, लगभग उसी तरह के मकान में इस्लामिक स्टेट का सरगना अबू इब्राहिम भी रहता था. लादेन की तरह वो भी घर से बाहर नहीं निकलता था और जैसे लादेन को मारने के लिए 2 मई 2011 की रात में अमेरिकी सेना के कमांडो हेलीकॉप्टर से उसके ठिकाने पर पहुंचे थे, उसी तरह अबू इब्राहिम के घर के पास आधी रात को अमेरिकी सेना के आधा दर्जन हेलीकॉप्टर्स से कमांडो उतरे और संयोग देखिए कि लादेन के अड्डे के पास एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था और ऐसा ही सीरिया में भी हुआ. ओसामा और अबू इब्राहिम, अपने-अपने समय के आतंक के इन सबसे बड़े आकाओं को खत्म करते समय White House का माहौल भी एक जैसा ही था. White House के बेसमेंट में इसी कमरे में बैठकर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लादेन की मौत का Live Operation देखा था. उनके साथ Joe Biden भी थे, जो उस वक्त अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे. 11 साल बाद उसी कमरे से Joe Biden ने सीरिया में अबू इब्राहिम को मारने के अभियान का नेतृत्व किया.