नई दिल्ली । कोलंबिया यूनिवर्सिटी (columbia university) में डॉक्ट्रेट स्टूडेंट रंजनी श्रीनिवासन (Ranjani Srinivasan) का अमेरिकी प्रशासन (US Administration) ने वीजा रद्द (Visa cancellation) कर दिया था। अब अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने ऐलान किया है कि रंजनी ने ऐप के जरिए खुद ही डिपोर्ट हो गई हैं। रंजनी पर हमास का समर्थन करने का आरोप लगाया गया था। प्रशासन ने बताया है कि सिबीपी होम ऐप का इस्तेमाल करके रंजनी खुद डिपोर्ट हो गई हैं। सरकार का कहना है कि सुरक्षा कारणों से उनका वीजा रद्द किया गया था।
5 मार्च को ही अमेरिकी विदेश विभाग ने श्रीनिवासन का वीजा रद्द कर दिया था। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग के सचिव क्रिस्टी नोएम ने बयान जारी करते हुए कहा, अमेरिका में रहने के लिए वीजा लेना एक विशेषाधिकार है। हालांकि अगर कोई आतंकवाद और हिंसा का समर्थन करता है तो उसका यह विशेषाधिकार छीन लेना चाहिए और इस देश में नहीं रहना चाहिए। मुझे खुशी हुई कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी में आतंकवाद का समर्थन करने वालों में से एक ने सीबीपी होम ऐप का इस्तेमाल करके खुद को निर्वासित कर लिया।
कौन हैं रंजनी श्रीनिवासन
रंजनी कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्बन प्लानिंग में डॉक्ट्रेट कर रही थीं। वह एफ-1 वीजा पर अमेरिका में पढ़ाई कर रही थीं। वहीं डीएचएस का आरोप था कि वह आतंकी संगठन हमास का समर्थन कर रही थीं। श्रीनिवासन का अकैडमिक बैकग्राउंड बहुत ही मजबूत रहा है। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से ही अर्बन प्लानिंग में एमफिल की। इसके अलावा वह स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने मास्टर्स डिग्री हारवर्ड यूनिवर्सिटी से की है। सीईपीटी यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ डिजाइन का कोर्स भी उन्होंने किया है।
एनवाईयू वैनगर की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक वह भारत में शहरीकरण से पहले के नगरों पर अध्ययन कर रही थीं। उनका फोकस मजदूरों की पॉलिटिकल इकॉनमी पर था। इसके अलावा वह मौजूदा समय में रोजगार की कमी पर फोकस कर रही थीं।
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